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पुलिस जवानों की तैयार हो रही डिजिटल हेल्थ फाइल
चंद्रकांत चावरे , नागपुर। पुलिस जवान दिन-रात सेवा में रहकर आम जनों की सुरक्षा करते हैं। सेवा करते-करते न जाने कब उन्हें कुछ बीमारियां घेर लेती हैं, उन्हें पता ही नहीं चलता। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने जवानों के स्वास्थ्य जांच के लिए सकारात्मक पहल की है। करीब महीनाभर से उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। कुल 7357 जवानों की स्वास्थ्य जांच की जानी है। अब तक 1263 जवानों की जांच हो चुकी है। जांच के दौरान मधुमेह से पीड़ित ज्यादा जवान मिले हैं। इसके अलावा दूसरी बीमारियां भी पाई गईं हैं। जांच करवाने वाले हर जवान की डिजिटल हेल्थ फाइल तैयार की जा रही है।
कोरोना के बाद बढ़ा प्रमाण : कोरोना के दौरान पुलिस जवानों ने अपने स्वास्थ्य का ध्यान न रखते हुए 24 घंटे लोगों को सुरक्षित रखने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभायी। पुलिस हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप शिंदे ने इस बात का संज्ञान लिया था। उन्हाेंने अस्पताल में आने वाले जवानों के स्वास्थ्य की स्थिति का पता लगाया। उन्हें अनुभव के आधार पर पता चला कि काेरोना के बाद पुलिस जवानों में कुछ बीमारियों का प्रमाण बढ़ा है। इस बात की जानकारी पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार को दी गई। पुलिस आयुक्त ने पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य को गंभीरता से लेते हुए उनके स्वास्थ्य की जांच कराने का निर्णय लिया। इसका प्रस्ताव पुलिस महासंचालक को भेजा गया। वहां से यह प्रस्ताव गृह मंत्रालय के पास भेजा गया है। वहां से इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, साथ ही 2 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। जिलाधिकारी कार्यालय के माध्यम से 1 करोड़ रुपए प्राप्त हो चुके हैं। राज्य में पहली बार पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य को संज्ञान में लेने की पहल पुलिस आयुक्त द्वारा की गई है।
25 प्रकार की हो रही जांच : प्रस्ताव मंजूर होने के बाद वानाडोंगरी स्थित शालिनीताई मेघे हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। यहां जाकर पुलिस सिपाही से लेकर पुलिस उपनिरीक्षक पद पर सेवारत सभी जवानों को अपने स्वास्थ्य की जांच करवानी है। कुल 7357 पुलिसकर्मियों की जांच की जाने वाली है। इनमें 5712 पुरुष व 1645 महिला पुलिसकर्मी हैं। अब तक अलग-अलग जोन के 1263 कर्मचारियों की जांच हो चुकी है। जांच में 5.1 फीसदी यानि 65 कर्मचारियांे को शुगर (मधुमेह) से पीड़ित पाया गया है, वहीं 3.16 फीसदी यानि 40 कर्मचारियों को हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से ग्रस्त पाया गया है। इसके अलावा 5 कर्मचारियों में हृदय विकार की बीमारी पाई गई है। उनमे से 3 की एंजियोग्राफी की गई है। कुल 25 प्रकार की मुख्य जांच की जा रही है। फिलहाल बीमारियों के आधार पर वर्गीकरण नहीं होने से अन्य बीमारियों के आंकड़े सामने नहीं आए हैं। जांच करवाने वाले सभी पुलिसकर्मियों की डिजिटल हेल्थ फाइल तैयार की जा रही है। भविष्य में स्वास्थ्य की स्थिति का पता लगाना हो तो डिजिटल हेल्थ फाइल से आसानी से लगाया जा सकेगा।
Created On :   17 Jun 2023 6:04 PM IST