उम्मीद: आयुर्वेद महाविद्यालय का वनौषधि प्रकल्प फेल

आयुर्वेद महाविद्यालय का वनौषधि प्रकल्प फेल
नहीं दिया जा रहा ध्यान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय व अस्पताल में वनौषधि उद्यान तैयार करने का प्रस्ताव बनाया गया था। 2016 में इसे मंजूरी मिली थी, लेकिन यह प्रकल्प पूरा नहीं हो पाया। केंद्र सरकार के भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (सीसीआईएम) के मानकों के अनुसार शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में 5 से 15 एकड़ परिसर में वनौषधि उद्यान होना जरुरी है। महाविद्यालय में स्नातक के 100, स्नातकोत्तर के 60 विद्यार्थी हैं। यह सीटें कायम रखने के लिए वनौषधि उद्यान जरूरी है। 2016 में महाविद्यालय प्रशासन ने राज्य सरकार को उद्यान तैयार करने का प्रस्ताव दिया था। राज्य सरकार ने इसे मंजूरी भी दी और केंद्र सरकार की तरफ से अनुदान भी प्रस्तावित था। करीब 49 लाख रुपए के अनुदान से यहां 250 प्रकार की वनौषधियां लगानी थी। इन वनौषधियों का ताजा रस यानी काढ़ा अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी दिया जाने वाला था, लेकिन प्रकल्प ठंडे बस्ते में चला गया है। जानकारी के अनुसार, महाविद्यालय परिसर की दुकानों को लेकर कुछ जनप्रतिनिधियों ने हस्तक्षेप किया था। इसके बाद से यह प्रकल्प जहां के तहां रुक गया है।

Created On :   3 Oct 2023 1:42 PM IST

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