एक राखी ऐसी भी: बहन की किडनी से भाई को मिला जीवनदान

एक राखी ऐसी भी: बहन की किडनी से भाई को मिला जीवनदान
  • भाई को मिला जीवनदान
  • बहन की किडनी से मिली जिन्दगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर| बड़ी बहन मां से कम नहीं होती। हिंगना निवासी 48 वर्षीय बिंदा मोहिते ने वास्तव में इस कथन काे सिद्ध किया है। उन्होंने छोटे भाई सुरेश चौहान (32 वर्ष) को अपनी किडनी दान कर दूसरा जीवन प्रदान किया है। इसके लिए उन्हें नागपुर के ऑरियस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में लेप्रोस्कोपिक रेट्रोपेरिटोनियल नेफ्रेक्टॉमी (एलआरएन) करनी पड़ी। ऑरियस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एलआरएन सर्जरी करने वाला मध्य भारत का पहला अस्पताल है। वरोरा निवासी सुरेश चौहान क्रोनिक किडनी रोग स्टेज -5 से पीड़ित थे। वे पिछले डेढ वर्ष से डायलिसिस पर थे। किडनी दाता और प्राप्तकर्ता दोनों 7 दिनों के भीतर पूरी तरह से ठीक हो गए। ऑरियस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, नागपुर के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम में डॉ. जितेश जेसवानी (नेफ्रोलॉजिस्ट), डॉ. शब्बीर राजा (यूरोलॉजिस्ट और ट्रांसप्लांट सर्जन), डॉ. निर्मल पटले (जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन), डाॅ. अनंत सिंह राजपूत (क्रिटिकल केयर यूनिट के प्रमुख), डॉ. सचिन डोंगरवार (एनेस्थेसियोलॉजिस्ट) ने सर्जरी किया और श्री अनिरुद्ध कोपरकर (प्रत्यारोपण समन्वयक) शामिल थे।

Created On :   31 Aug 2023 4:50 PM IST

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