खुशियां बांटें: कार्यक्रम में बच्चों ने दी एक से बढ़कर परफार्मेंस

कार्यक्रम में बच्चों ने दी एक से बढ़कर परफार्मेंस
  • हास्य-व्यंग्य से हंसाया
  • मानवीय संवेदना के साथ जुड़ी खुशियां
  • सुंदर की-बोर्ड वादन

डिजिटल डेस्क, नागपुर. मानवीय संवेदना के साथ जुड़ी होती हैं खुशियां। जरूरी नहीं कि खुशियां भौतिकता से ही मिलें, इंसान का संवेदनशील होना भी जरूरी है। सभी की खुशियों का मापदंड अलग-अलग होता है। यह विचार एड. किशोर क्षीरसागर ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे। विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं के लिए लोकप्रिय उपक्रम ‘उभरते सितारे' के अंतर्गत संगीतमय कार्यक्रम ‘खुशियां बाटें', उत्कर्ष हॉल में आयोजित किया गया। अतिथि के रूप में एड. किशोर क्षीरसागर उपस्थित थे। इनका सत्कार संयोजक युवराज चौधरी ने स्वागत वस्त्र और स्मृति चिह्न देकर किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने विस्तृत रूप से बच्चों को ‘खुशियां बांटें', विषय पर मार्गदर्शन किया।

हास्य-व्यंग्य से हंसाया

कुछ बच्चों ने भी इस विषय पर प्रकाश डालते हुए बहुत ही सुंदर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। शाश्वत गजभिए ने सुंदर की-बोर्ड वादन किया। आर्या भोंगाडे ने हास्य-व्यंग्य प्रस्तुत कर सबको हंसाया। शाश्वत गजभिए और भव्या अरोरा ने अपने गीतों से सबका मन मोह लिया। प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को ओमप्रकाश कहाटे, दिनेश बागड़ी, विश्वनाथ कोठारी, राजीव देसाई, श्वेता गजभिए, माला सरदार, आरसी महतो, बाबा खान, मोनिका रेमंडल, अलका रुंगटा, वेदप्रकाश अरोरा, देवस्मिता मानस पटनायक, प्रीति अभिजीत बागल, शालिनी तेलरांधे आदि ने खूब सराहा। कार्यक्रम का संचालन सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने किया। उपस्थित दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।

Created On :   19 Nov 2023 4:56 PM IST

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