समारोह: प्राण प्रतिष्ठा, 1.50 लाख दीपों से राेशन होगा श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर

प्राण प्रतिष्ठा,  1.50 लाख दीपों से राेशन होगा श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर
  • परंपरागत शैली में होंगे प्रभु के दर्शन
  • आतिशबाजी का रंगारंग प्रदर्शन
  • श्री पांचजन्य शंख वादक दल करेगा धर्म का शंखनाद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर, शनिचरा में 22 जनवरी को 1.50 लाख दीपों से दीपोत्सव मनाया जाएगा। दक्षिण भारत के तिरुपति, रामेश्वरम आदि मंदिरों की परंपरागत शैली में बिजली बंद कर श्री ठाकुरजी के दर्शन अनूठे प्रकार से दीपों के झिलमिल प्रकाश में होंगे।

धर्म का शंखनाद किया जाएगा : श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर के प्रबंध ट्रस्टी रामकृष्ण पोद्दार तथा ट्रस्टी सुरेश अग्रवाल ने पत्र-परिषद में बताया कि शाम 6.30 से रात 9.30 बजे तक दीपोत्सव में श्री रामलला मंदिर अयोध्याधाम, राम दरबार और अन्य रंगोली की प्रतिकृतियों को डेढ़ लाख दीपों से सजाया जाएगा। 6.30 से 7.30 बजे तक श्री पांचजन्य शंख वादक दल के सदस्यों द्वारा सूरज घुमारे के नेतृत्व में ‘धर्म का शंखनाद’ किया जाएगा। 7.30 से 8.30 बजे तक शिव मुद्रा ढोलताशा समूह की प्रस्तुति के साथ आतिशबाजी का रंगारंग प्रदर्शन होगा।

भगवान श्रीराम के अवतार के उद्देशकी पूर्ति में सहायक रहे विविध पात्रों की विवेचना मानस-चिंतक एवं श्रीराम अनुरागी डॉ. विजेंद्र बत्रा शाम 5 से रात्रि तक करेंगे। इसके पूर्व सुबह 5.30 बजे: पुरुष सूक्त के वैदिकमंत्रों से भगवान का गो-दुग्ध से अभिषेक, 6.30 बजे: श्रृंगार आरती, 7 बजे से भगवान शिव का रुद्राभिषेक, 8 बजे से सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा का समूहिक पाठ एवं "श्रीराम जयराम जय जय राम’ की धुन, 11 से दोपहर 12 बजे तक बजरिया महिला समाज की बहनों द्वारा मंगल गीत एवं बधाई गीत. 12 से 1 बजे तक बड़ी स्क्रीन पर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण सत्संग भवन मंे होगा। 12.29 बजे 108 बाती की महाआरती होगी। पत्र-परिषद में सीताराम ढांढनिया, महेंद्र पोद्दार, किशोर पाटील, प्रवीण गुंड, महेंद्र कटारिया आदि उपस्थित थे।

झूलेलाल मंदिर में होगा श्रीराम हलवा का वितरण : अयोध्या धाम अयोध्या मंदिर में भगवान प्रभु श्री रामलला जी की प्राण-प्रतिष्ठा को ऐतिहासिक बनाने के लिए 22 जनवरी को दोपहर को 12 बजे से 3 बजे तक श्री झूलेलाल मंदिर गांधीसागर में सुंदरकांड का पाठ और उसके पश्चात प्रभु श्रीराम, माता सीता, भाई लक्ष्मण और राम भक्त हनुमान के विग्रहों की विधिवत आरती, पूजा अर्चना की जाएगी। बाद में श्रीराम हलवा का प्रसाद अखंड रूप से वितरित किया जाएगा।

Created On :   20 Jan 2024 12:46 PM GMT

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