गणेशोत्सव: मूर्ति - सजावट और पूजन सामग्री पर महंगाई का असर

मूर्ति - सजावट और पूजन सामग्री पर महंगाई का असर
  • रंग- मिट्टी और मूर्ति हुई महंगी
  • बाप्पा के आगमन की तैयारी में जुटे भक्त

डिजिटल डेस्क, कामठी (ग्रामीण). गणेशोत्सव में अब कुछ ही दिन शेष है। वहीं पर्व को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हंै। हालांकि इस वर्ष मूर्तिकारों के साथ भक्तों को भी महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। सभी सामग्री के दाम बढ़ने से इस साल मूर्ति, सजावट, लाइटिंग समेत अन्य सामग्री के दाम 30 से 35 फीसदी तक वृद्धि देखी जा रही है। इस बीच, गणेश भक्तों के साथ-साथ मूर्तिकारों, सज्जाकारों और अन्य सामग्रियों के विक्रेताओं पर बढ़ती महंगाई की मार पड़ रही है। बाप्पा के आगमन में अब कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में विभिन्न सार्वजनिक मंडलों के साथ ही घर-घर में गणेश मूर्तियों की स्थापना को लेकर भक्तों ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। महंगाई बढ़ने से मूर्तिकारों पर भी बड़ी आर्थिक मार पड़ रही है। कोरोना के दौरान गणेश उत्सव मंडल की संख्या कम हो गई थी। इस वर्ष महंगाई के कारण मंडलों में भी उत्साह कम नजर आ रहा है। कोविड के दौरान चार फीट की मूर्ति की सीमा थी। अब उस सीमा काे हटा दिया गया। ऐसे में उम्मीद थी कि इस साल ऊंची गणेश प्रतिमाओं की मांग बढ़ेगी, लेकिन महंगाई के कारण ग्रामीण इलाकों में मंडलों में निराशा दिख रही है।

बाप्पा के आगमन की तैयारी में जुटे भक्त

गणेश उत्सव की तैयारियों में सार्वजनिक तथा भक्तों के निवास स्थानों पर उत्साह के साथ जुट गए हैं। बाजारों में मनपसंद गणेश प्रतिमाआंे तथा साज सामग्री खरीदने हेतु गांधी चौक, जयस्तंभ चौक व शुक्रवारी बाजार पूरी तरह से सुसज्जित हो गए है। स्वागत द्वार, व्यासपीठ, आकर्षक रोशनाई से मार्ग शोभायमान किए जा रहे हैं। वहीं शहर के अनेक क्षेत्रों में बड़ी गणेश मूर्तियों काे साकार रूप देने में भक्त दिन-रात जुटे हुए हैं। 19 सितंबर को सार्वजनिक तथा निवास स्थानों पर भगवान गणेश का 10 दिवसीय उत्सव गणेश मूर्तियांे की स्थापना की जाएगी। बाप्पा को रोजाना विभिन्न प्रकार की मिठाइयां तथा मोदक का भोग लगाकर वितरित करने की होड़ भी रहेगी।

रंग, मिट्टी और मूर्ति हुई महंगी

पिछले दो-तीन साल से कोरोना के कारण कई तरह की पाबंदियां रहीं। हालांकि राज्य सरकार द्वारा सभी प्रतिबंध हटाने के बाद अब बेतहाशा महंगाई बढ़ गई है। पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस वर्ष विभिन्न रंगों की कीमत दोगुनी हो गई है। डीजल की कीमत बढ़ने से शाडू मिट्टी की कीमत भी दोगुनी हो गई है। जिसका सीधा असर मूर्तियों के दाम पर दिखाई देगा, लेकिन आस्था के आगे भक्तों में महंगाई की मार फीकी पड़ जाती है। हर कोई बाप्पा के आगमन की तैयारियों में व्यस्त हैं।

Created On :   17 Sept 2023 3:57 PM IST

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