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धर्म ज्ञान: घर का हर व्यक्ति देवी और देवता, शीतकालीन सत्संग
- कौशांबी के संत कबीर आश्रम के प्रमुख संत विकास साहेब के साथ संतों का आगमन
- कबीर मंदिर आश्रम, सेमिनरी हिल्स, पारख भवन में शीतकालीन सत्संग
- भक्ति का होना ही विनम्रता
डिजिटल डेस्क, नागपुर. संत कबीर आश्रम, कौशांबी के संत श्री राम साहेब ने प्रवचन में कहा कि अहंकार अशांति में डाल देता है। क्रोध में कभी शांति नहीं रहती। जिस क्रोध में कल्याण समाया हो वह क्रोध नहीं है। किसी को दु:ख देने, अहित करने के लिए किया गया अहंकार जहर है। अहंकार का मर जाना ही मृत्यु हो जाना है। अहम को मारे। किसी की बात से आहत होना ही अहंकार है। बड़े बड़े अहंकारी मिट गए। भक्ति, परमार्थ पथ पर चढ़ने का मार्ग है। घर का हर व्यक्ति देवी और देवता है।
उत्तरप्रदेश के कौशांबी स्थित संत कबीर आश्रम के प्रमुख संत विकास साहेब, संत राम साहेब तथा संत विनय साहेब का आगमन रविवार को कबीर मंदिर आश्रम, सेमिनरी हिल्स तथा "पारख भवन’, सुरेंद्रगढ़, सेमिनरी हिल्स नागपुर में हुआ। इस अवसर पर पूज्य प्रमुख संतश्री व संत जनों का कबीर मंदिर आश्रम के अध्यक्ष राधेश्याम एवं पूर्व अध्यक्ष घनश्याम भगत ने पुष्पहार से स्वागत किया।
भक्ति का होना ही विनम्रता
संत राम साहेब ने अपने प्रवचन में कहा कि भक्ति का होना ही विनम्रता हैं। सदैव सरल मन को रखें। सरल मन वाला ही शांति को पाता है। सत्संग से ही स्वस्थ शरीर का संबंध है। सत्संग में जाएंगे तो अच्छे विचार, गुरु ज्ञान मिलेगा। मन का भटकना ही सारे दु:खों का राज है। मन को पहचानो, दिल दिमाग, इंद्रियों और अपने स्वरूप का अध्ययन करना चाहिए। दुनिया का ज्ञान भवसागर में भटकने से नहीं रोक सकता। वह काम करें जिससे प्रसन्नता बढ़े। मीठी वाणी का उपयोग करें। मीठा तभी बोलेंगे जब अहम का त्याग होगा। घर में अपने नौकरी के पद कलेक्टर, जज, डॉक्टर, वकील के अनुसार व्यवहार न करें। घर में वात्सल्य, विनम्रता का व्यवहार करें। पानी बनकर रहें। जीवन से अहम को निकाल देना चाहिए। बड़े-बड़े अहंकारी मिट गए। भक्ति, परमार्थ पथ पर चढ़ने का मार्ग है।
सद्गुणों की सुगंध फैलाएं
विचारों की तरंग दूर तक जाती है। ऐसे हमारे स्वभाव की सुगंध और दुर्गंध दूर तक जाती है। अतः अपने सद्गुणों की सुगंधि फैलानी चाहिए। जहां रहे वहा स्वर्ग जैसा रहे। इस अवसर पर पूज्य संत श्री विनय साहब ने "पानी में मीन प्यासी...’ भजन तथा पारख भवन, भगत परिवार के प्यारे बच्चों ने मायावी संसार झमेला...भजन गाकर मंत्रमुग्ध किया। संत विकास साहेब, संत राम साहेब एवं संत विनय साहेब को भेंट बंदगी कर प्रसाद वितरण के साथ सत्संग का समापन किया गया।
Created On :   5 Dec 2023 5:06 PM IST