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देखिए वीडियो: वक्त की नजाकत - हड़बड़ाहट में पूंछ पर पड़ा बच्चे का पैर, लेकिन - शांत बैठा रहा तेंदुआ, परिवारवालों के गले में अटकी रही जान
- हड़बड़ाहट में बच्चे का पैर तेंदुए की पूंछ पर भी पड़ा
- तेंदुआ शांत बैठा रहा
- दीवार में छेद कर तेंदुए को डार्ट मारने की तकनीक अपनाई
Nagpur News. भांडेवाड़ी इलाके में सुबह एक घर के दूसरे माले पर अचानक तेंदुआ घुस गया। दो घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद वन विभाग की टीम ने उसे सुरक्षित बेहोश कर पकड़ लिया। फिलहाल तेंदुआ टीटीसी में है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। बुधवार को स्टेशन रोड, पारडी इलाके में हड़कंप मच गया, जहां अनिल राऊत के तीन मंजिला घर के दूसरे माले में एक तेंदुआ घुस आया। सुबह करीब 8 बजे, अनिल का 10 साल का बेटा अलोक नहाने के बाद कपड़े लेने कमरे में गया था, जहां उसे कमरे के अंदर तेंदुआ बैठा दिखाई दिया, हड़बड़ाहट में बच्चे का पैर तेंदुए की पूंछ पर भी पड़ गया, लेकिन तेंदुआ शांत बैठा रहा।

इलाके में लोगों की काफी भीड़ जुट गई थी
वहां से निकल रहे योगराज सिंह कलसी ने बताया कि इलाके में लोगों की काफी भीड़ जुट गई थी, जिससे ट्रैफिक पर भी असर पड़ा। वाहनों की कतारें लगने लगी, लेकिन लोगों में तेंदुए का खौफ और उसे देखने की होड़ भी दिखी।
अलोक ने नीचे भागकर पिता को बताया। पहले तो पिता को लगा कि शायद कोई कुत्ता होगा। लेकिन ऊपर जाकर देखा तो वजह साफ थी, कमरे में असली तेंदुआ बैठा था। |
घबराए परिवार ने दरवाज़ा बंद किया और पड़ोसियों को सूचना दी। देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई और फ्लाईओवर पर भी लोगों की बड़ी संख्या इकट्ठा हो गई। |
स्थानीय पुलिस ने सूचना वन विभाग को दी, जिसके बाद ही सुबह 10.15 बजे तक वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई। |
- तेंदुआ जिस कमरे में बैठा था, वहां सीधे दरवाजा खोलने पर अटैक की आशंका थी।
- इसलिए टीम ने दीवार में छेद कर तेंदुए को डार्ट मारने की तकनीक अपनाई।
करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद दोपहर 12:44 बजे तेंदुआ बेहोश कर पिंजरे में डाल लिया गया।
तेंदुए को सेमिनरी हिल्स स्थित ट्रांज़िट ट्रीटमेंट सेंटर (TTC) लाया गया। जहां वन चिकित्सकों ने उसकी जांच की। तेंदुआ स्वस्थ पाया गया है और उसकी उम्र लगभग 4 साल बताई जा रही है। यह एक नर तेंदुआ है।

रेस्क्यू कैसे चला
- 9:30 बजे सूचना मिली
- 10:15 बजे वन विभाग की टीम मौके पर
- टीम में: डॉ. राजेश फुलसुंगे, सिद्धांत मोरे, प्रविण मानकर, प्रतीक घाटे, आर.वी. देवतले, बंडू मंगर, चेतन बारस्कर और विलास मंगर भीड़ हटाने के लिए पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
- दीवार से छेद कर डॉट मारने की रणनीति अपनाई
- 12:44 बजे तेंदुआ पकड़ा गया
- पिंजरे में डालकर टीटीसी भेजा गया
तेंदुए के घर में घुसने की खबर फैलते ही पारडी फ्लाईओवर पर भारी भीड़ लग गई। इतनी कि रास्ता जाम हो गया। ट्रैफिक पुलिस को भीड़ हटाने में खूब मशक्कत करनी पड़ी।
वन अधिकारियों के अनुसार, तेंदुआ आसपास के जंगल हिंगणा, वाड़ी, गोंडखैरी, खापरी से भटक कर यहां पहुंच सकता है। इन इलाकों में तेंदुए पहले भी देखे गए हैं। भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड के आसपास आवारा कुत्तों की बड़ी संख्या भी वजह बन सकती है। क्योंकि तेंदुआ अक्सर भोजन की तलाश में शहरी इलाकों तक चला आता है। फिलहाल तेंदुआ सुरक्षित है और वन विभाग उसे जल्द ही जंगल में छोड़े जाने की तैयारी कर रहा है।
Created On :   19 Nov 2025 9:57 PM IST












