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Nagpur News: नागपुर में सड़ी सुपारी का जाल : नौकर बने करोड़पति कारोबारी

- अलग-अलग गुटों में बंटकर कर रहे काम
- पुलिस बड़े सर्च ऑपरेशन की तैयारी में
Nagpur News शहर में सड़ी सुपारी का अवैध कारोबार इस कदर फैल चुका है कि, अब पुलिस विभाग तक में हड़कंप मचा हुआ है। कर्नाटक, असम, गुजरात और नेपाल, दिल्ली मार्ग से रोजाना बड़ी मात्रा में सुपारी ट्रकों में भरकर शहर में घुस रही है। शहर के बाहरी हिस्सों में स्थित गोदामों और कोल्ड स्टोरेज में देर रात ट्रक खाली हो रहे हैं। पश्चात माल दूसरे ट्रकों में शिफ्ट कर कारोबारियों तक पहुंचाया जाता है। सूत्रों के अनुसार शहर में कभी सुपारी कारोबारियों के यहां मामूली 300 रुपए रोजंदारी पर काम करने वाले कई ‘नौकर’ आज खुद के गोदाम और दुकानें चला रहे हैं। कुछ ने तो सल्फर की भट्टियां तक शुरू कर दीं हैं। इस अवैध व्यापार से कई लोग देखते ही देखते मालामाल हो गए हैं और अब अलग-अलग गुट बनाकर सड़ी सुपारी की सप्लाई कर रहे हैं।
सिंडिकेट के िलए काम कर रहे : पुलिस गाहे-बगाहे इन्हें पकड़ती है, लेकिन ट्रांसपोर्टरों के सिंडीकेट नहीं पकड में आ पाते हैं। कुछ नौकर आज बड़े ट्रान्सपोर्टर बन कर सड़ी सुपारी तस्करी के सिंडिकेट के लिए काम कर रहे हैं। पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल के ऑपरेशन थंडर अभियान के तहत अवैध धंधेवालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जा रही है।
नेटवर्क चर्चा में : सूत्रों के अनुसार शहर के बाजार में इस समय कई नाम चर्चा में हैं। इनमें शहर में हरु, हरीश, क्रिशनानी, सोनू भांजा, सलीम गुटखा, मोटवानी, अनूप, आरिफ, कलीवाला, राजू, बेंसानी, किशोर, रामभाई, धनवानी, राजेश, सचिन, पराते, गज्जू, गन्नू, वाधवानी, जीतू और खंडवानी जैसे नाम लगातार चर्चा में हैं। बड़े खिलाड़ियों में अन्ना, संजय पटना, अशफाक, गनी, कलीवाला सहित कुछ अन्य नाम भी सामने आते रहे हैं। इनमें से कई लोग कभी दूसरे सुपारी व्यापारियों के यहां नौकरी किया करते थे अब खुद सड़ी सुपारी का बड़ा नेटवर्क खड़ा कर चुके हैं। इनमें से कुछ नामों की पुलिस महकमे ने अपने स्तर पर तलाश भी शुरू कर दी है। चर्चा है िक योगेश, अतुल और शैलेश जैसे कुछ नाम भी वरिष्ठ अधिकारियों के रडार पर आ चुके हैं और इनकी भूमिका की जांच जल्द शुरू हो सकती है। इनकी वजह से पुलिस की छवि पर बट्टा लग रहा है।
ट्रकों की अदला-बदली से उठ रहे सवाल : हाल ही में वाड़ी क्षेत्र में कर्नाटक से आए एक ट्रक को उस वक्त पकड़ा, जब सड़ी सुपारी की बोरियां दूसरे ट्रक में लोड की जा रही थीं। इससे पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए हैं। रोजाना इतनी बड़ी मात्रा में माल शहर में घुस रहा है, तो आखिर ट्रैफिक पुलिस, डीबी स्क्वॉड, खुफिया विभाग, एफडीए और थानों की टीमें क्या कर रही हैं? क्राइम ब्रांच की टीमें जहां लगातार इनपुट जुटा रही हैं, वहीं स्थानीय थानों की भूमिका पर चर्चा तेज है। वाड़ी और पारडी क्षेत्र में बड़े गोदामों और कोल्ड स्टोरेज में माल जमा होने की बात सामने आ रही है, लेकिन इसकी भनक पुलिस तक नहीं पहुंच रही है। आला अफसरों को पारडी में क्राइम ब्रांच की टीमों को भेजकर कार्रवाई करनी पड़ी थी। इस धंधे में कई एजेंट, वितरक और सप्लायर शामिल बताए जाते हैं, जो गुटों में बंटकर काम कर रहे हैं।
फिर धरपकड़ शुरू करेंगे : सड़ी सुपारी स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है और शहर में इस अवैध व्यापार में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेश शुरू कर फइर धरपकड शुरू की जाएगी। -राहुल माकणीकर, पुलिस उपायुक्त, क्राइम ब्रांच
स्टडी करनी पड़ेगी : शहर में सड़ी सुपारी के मामले में स्टडी करनी पड़ेगी। वाकई, अगर इसमें कोई लिप्त है, तो उससे बातचीत की जाएगी। हम चाहते हैं कि, सभी सुपारी संबंधी क्लीन व्यापार करें, ताकि किसी को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। देखने में आ रहा है कि, लोग एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। -प्रमोद सेदानी, अध्यक्ष, इतवारी किराना मर्चेंट एसोसिएशन
Created On :   19 Nov 2025 2:15 PM IST















