आक्रोश: पीएचडी फेलोशिप के पेपर लीक पर हंगामा, मैदान में आकर छात्रों ने किया विरोध

पीएचडी फेलोशिप के पेपर लीक पर हंगामा, मैदान में आकर छात्रों ने किया विरोध
  • राज्य में 4 जगह परीक्षा का आयोजन
  • परीक्षा केंद्र के 674 छात्रों ने परीक्षा देने से साफ इनकार किया
  • केवल 6 छात्रों ने दी परीक्षा

डिजिटल डेस्क,नागपुर। पुणे विश्वविद्यालय सेट विभाग के सीईटी सेल की ओर से नागपुर के कमला नेहरू कॉलेज में बार्टी, महाज्योति और सारथी के छात्रों के लिए पीएचडी फेलोशिप सीईटी परीक्षा आयोजित की गई थी। सुबह 10 बजे शुरू होने वाली इस परीक्षा में छात्रों को ए, बी, सी और डी आदि चार प्रश्न संचों (सेट) में से प्रश्न पत्रिका दी गई। प्रश्न संच ए और बी सीलबंद थे, लेकिन प्रश्न संच सी और डी सीलबंद नहीं था। इतना ही नहीं, प्रश्न संच सी और डी में जेरॉक्स पेपर थे और उसे स्टॅपल भी किया गया था। सीईटी परीक्षा के इस भारी गड़बड़ी को देखते हुए परीक्षा केंद्र के 674 छात्रों ने परीक्षा देने से साफ इनकार किया। सभी छात्र बाहर मैदान में आकर विरोध करने लगे। छात्रों की भीड़ को देखते हुए परीक्षा केंद्र पर पुलिस तैनात की गई।

सीईटी सेल ने खुद ही किया नियमों का उल्लंघन : छात्रों ने कहा कि परीक्षा लेने वाले सीईटी सेल के नियमावली के तीसरे नियम में स्पष्ट लिखा है कि परीक्षा देते समय जो प्रश्न संच सीलबंद नहीं है वह प्रश्न पत्रिका छात्र स्वीकार न करें। उसी नियम के अनुसार, छात्रों ने प्रश्न पत्रिका स्वीकार करने से इनकार किया। इसलिए छात्रों ने दावा किया कि सीईटी सेल खुद ही खुद के बनाए नियमों का उल्लंघन कर रही है।

दूसरी बार हुई परीक्षा में गड़बड़ी : सीईटी परीक्षा में यह दूसरी बार गड़बड़ी हुई है। 24 दिसंबर को यही परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें सेट परीक्षा के प्रश्न पत्र जैसे की वैसे ही दी गई थी। इस पर छात्रों ने आपत्ति जताई थी। इसलिए यह परीक्षा रद्द की गई थी। अब 10 जनवरी को दोबारा प्रश्न संच सील न होने को लेकर परीक्षा में गड़बड़ी हुई है।

परीक्षा रद्द करो सभी को फेलोशिप दो : छात्रों ने मांग की है कि, यह परीक्षा रद्द की जाए और वैसा जीआर जारी किया जाए। साथ ही सभी कोई भी सीईटी परीक्षा न लेते हुए जिन्होंने आवेदन किया, उन सभी छात्रों को फेलोशिप दी जाए।

पुणे कुलगुरु की पूरी गलती : अभिजीत वंजारी : विधायक एड. अभिजीत वंजारी ने कहा कि यह पूरी तरह से पुणे विश्वविद्यालय के कुलगुरु की गलती है। पुणे के कुलगुरु के अनुसार, सीईटी सेल ने ए और बी प्रश्न संच (सेट) की छपाई करने के लिए प्रिटिंग प्रेस को दिया था। साथ ही सभी प्रश्न पत्रिका पर लाल रंग से क्रमांक भी डाले थे, लेकिन समय और सुविधा न होने का कारण बताते हुए प्रश्न संच सी और डी को जेरॉक्स किया गया। यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। इसलिए यह परीक्षा रद्द की जाए।

छात्रों का सवाल इतनी परीक्षाएं पास होने के बाद भी सीईटी? : पीएचडी फेलोशिप के लिए आवेदन करने वाले छात्र नेट, सेट, विद्यापीठ की पीएचडी के लिए पेट परीक्षा उत्तीर्ण होते हैं। इसके बाद 6 महीने का कोर्स वर्क भी किया जाता है। साथ ही आरएसी, आरआरसी यह परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद ही पीएचडी के लिए मान्यता मिलती है। इतनी सारी परीक्षाएं पास होने के बाद भी छात्रों को सीईटी परीक्षा देने के लिए अनिवार्य क्यों किया जा रहा है, यह सवाल छात्रों ने सरकार से किया है।

एबीवीपी कार्यकर्ताओं से मारपीट, सीपी से मिलेंगे : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री विक्रमजीत कलाने ने कहा कि पीएचडी फेलोशिप सीईटी परीक्षा में हुई गड़बड़ी को देखते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ता कमला नेहरू कॉलेज परीक्षा केंद्र पहुचे। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो वहां तैनात पुलिस ने कार्यकर्ताओं से मारपीट की। इस मामले में हम पुलिस आयुक्त से मिलकर उन्हे निवेदन देंगे।

महाज्योति कार्यालय के सामने छात्रों ने किया प्रदर्शन : राज्य में बुधवार को नागपुर समेत पुणे, संभाजी नगर और कोल्हापुर इन चार शहरों में पीएचडी फेलोशिप सीईटी परीक्षा का आयोजन किया गया। नागपुर और अमरावती विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए नागपुर के कमला नेहरू कॉलेज का परीक्षा केंद्र दिया गया था। नागपुर और अमरावती विभाग के कुल 680 छात्र यहां परीक्षा देने आए थे। एक आेर परीक्षा में गड़बड़ी को देखते 674 छात्रों ने परीक्षा देने से इनकार किया, वहीं दूसरी ओर 6 छात्रों के परीक्षा देने की बात सामने आई है। छात्र को भीड़ को देखते हुए पुलिस अधिकारी और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधायक एड. अभिजित वंजारी ने परीक्षा केंद्र पर जाकर छात्रों से बातचीत की। इसके बाद परीक्षा समन्वयक, पुलिस अधिकारी, एड. वंजारी और कुछ छात्रों में बैठक हुई। उन्होंने परीक्षा की गड़बड़ी के मुद्दे पर पुणे विश्वविद्यालय के कुलगुरु को फोन लगाया। इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए पुणे विश्वविद्यालय के कुलगुरु ने कहा कि परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है। सिर्फ सुविधा न होने के कारण प्रश्न संच सी और डी के जेरॉक्स और स्टॅपल कर के दिए गए हैं। कुलगुरु के इस जवाब से असंतुष्ट छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर नागपुर के महाज्योति कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।

Created On :   11 Jan 2024 4:59 AM GMT

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