कर्मचारियों के इंतजार में मेट्रो ब्लड बैंक

कर्मचारियों के इंतजार में मेट्रो ब्लड बैंक
  • 8 साल से पूरी नहीं हो पाई 55 लाख की योजना
  • 16 कर्मचारियों की होनी है नियुक्ति
  • कर्मचारियों के इंतजार में मेट्रो ब्लड बैंक

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर के सरकारी अस्पतालों के ब्लड बैंकाें को आए दिन रक्त की किल्लत से जूझना पड़ता है। मरीज व उनके परिजनों को रक्त के लिए भागदौड़ करनी पड़ती है। शहर में 4 सरकारी ब्लड बैंक हैं। इनमें मेडिकल, सुपर स्पेशलिटी, मेयो व डागा अस्पताल के ब्लड बैंक शामिल हैं। सभी ब्लड बैंक सामान्य ब्लड बैंक हैं, इसलिए यहां एक अत्याधुनिक मेट्रो ब्लड बैंक के निर्माण की योजना थी। इसकी पहल स्वयं सरकार ने की थी। इसका निर्माण डागा स्मृति शासकीय अस्पताल में किया जाना है। इसके लिए मंजूर 55 लाख रुपए से कुछ उपकरण आ चुके हंै, लेकिन सरकार की तरफ से ब्लड बैंक संचालित करने के लिए 16 कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होने से मेट्रो ब्लड बैंक शुरू नहीं हो पा रहा है।

सरकार की पहल विफल : 8 साल पहले 2015 में डागा हॉस्पिटल में 55 लाख रुपए खर्च कर स्वतंत्र मेट्रो ब्लड बैंक के निर्माण का निर्णय लिया गया था। इसकी पहल स्वयं सरकार ने की थी। राज्य के कुछ शहरों को इस योजना में शामिल किया गया था। इसकी शुरुआत मुंबई के जे. जे. अस्पताल से की गई थी। राज्य के दूसरे शहरों में नागपुर समेत नासिक, अहमद नगर, जलगांव अमरावती, चंद्रपुर, परभणी, ठाणे, पुणे और सातारा शहर में स्वतंत्र मेट्रो ब्लड बैंक शुरू की जानी थी। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने यह घोषणा की थी।

उपकरण मिले, कर्मचारी नहीं

शहर में निजी ब्लड बैंक नेट तकनीक से युक्त हैं, इसलिए अधिकतर निजी ब्लड बैंकों से रक्त लाने के लिए कहा जाता है। इस तकनीक से रक्त का वर्गीकरण के साथ अतिसूक्ष्म जांच की जा सकती है। निजी ब्लड बैंकों में अधिक पैसे की मांग की जाती है, इसलिए यहां के सभी सरकारी अस्पतालों में अत्याधुनिक स्वतंत्र मेट्रो ब्लड बैंक शुरू करने की आवश्यकता है। सूत्रों के अनुसार स्वतंत्र मेट्रो ब्लड बैंक के लिए जरूरी उपकरण आ चुके हैं। इसके लिए अस्पताल परिसर में निर्माण कार्य भी हो चुका है। मेट्रो ब्लड बैंक का बोर्ड भी लग चुका है, लेकिन कर्मचारियों की नियुक्तियां नहीं होने से इसे शुरू कर पाना संभव नहीं है। जब तक सरकार की तरफ से डागा अस्पताल प्रशासन को आदेश नहीं मिलता, तब तक स्थायी या अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति कर पाना संभव नहीं है। यहां डॉक्टर, विशेषज्ञ, अधिकारी व अन्य सहायक कर्मचारी मिलाकर कुल 16 लोगों की नियुक्ति का प्रस्ताव है।

Created On :   28 May 2023 7:34 PM IST

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