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Nagpur New: नागपुर के महाराजबाग में बाघ के पिंजरे में जा पहुंचा शख्स, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

- नाइट शेल्टर में बंद था बाघ, वरना घटना भयावह हो सकती थी
- 18 फीट ऊंची जाली फांदकर बाघ के पिंजरे पहुंचा
Nagpur News नागपुर के ऐतिहासिक महाराजबाग चिड़ियाघर में गुरुवार की सुबह एक ऐसी घटना घटी, जिसने सभी को हतप्रभ कर दिया। एक व्यक्ति ने 18 फीट ऊंची जाली फांदकर बाघ के पिंजरे में प्रवेश कर लिया, जिससे पूरे चिड़ियाघर में हड़कंप मच गया थ। गनीमत रही कि बाघ उस समय नाइट शेल्टर में बंद था, वरना यह घटना भयावह रूप ले सकती थी। इस घटना ने न केवल लोगों को हैरान किया, बल्कि चिड़ियाघर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
महाराजबाग, जो ब्रिटिश काल से नागपुर के बीचों-बीच लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है, हर दिन हजारों पर्यटकों को अपनी हरियाली और विविध वन्यजीवों के साथ जंगल का अनुभव कराता है। यहां भालू, तेंदुए, और बाघ जैसे खतरनाक मांसाहारी जीवों के साथ-साथ शाकाहारी जानवर और रंग-बिरंगे पक्षी भी मौजूद हैं। लेकिन आज सुबह, एक व्यक्ति ने सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए चिड़ियाघर में अनधिकृत प्रवेश किया और सीधे बाघ के पिंजरे की ओर बढ़ गया।
उसने न केवल 18 फीट ऊंची जाली पर चढ़ाई की, बल्कि पेड़ों का सहारा लेकर पिंजरे के उस हिस्से में उतर गया, जहां बाघों को रखा जाता है। उस व्यक्ति की किस्मत अच्छी थी कि बाघ उस समय नाइट शेल्टर के छोटे पिंजरे में बंद थे, जैसा कि रात के समय प्रबंधन द्वारा किया जाता है। यदि बाघ बाहर होते, तो यह घटना एक बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी। सुबह 7:30 बजे चिड़ियाघर के कर्मचारी हरिभाऊ तीरमले ने उस व्यक्ति को पिंजरे के अंदर देखा और तुरंत इसकी सूचना व्यवस्थापक डॉ. सुनील बाविस्कर को दी। डॉ. बाविस्कर ने बिना देरी किए वन विभाग और सीताबर्डी पुलिस को सूचित किया। कुछ ही देर में कर्मचारियों और पुलिस की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई।
पुलिस ने व्यक्ति को हिरासत में लिया, लेकिन पूछताछ के दौरान वह ठीक से जवाब नहीं दे सका। प्रारंभिक जांच में पता चला कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो सकता है। पुलिस अब उससे गहन पूछताछ कर रही है ताकि यह समझा जा सके कि उसका मकसद क्या था और वह इस खतरनाक कदम तक कैसे पहुंचा।
इस घटना ने महाराजबाग की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल उठाए हैं। इतने संवेदनशील क्षेत्र में, जहां खतरनाक वन्यजीव रखे जाते हैं, बिना टिकट के किसी व्यक्ति का प्रवेश और बाघ के पिंजरे तक पहुंचना गंभीर चूक को दर्शाता है। यह घटना चिड़ियाघर प्रशासन को सुरक्षा उपायों को और सख्त करने के लिए मजबूर कर सकती है।
Created On :   31 July 2025 2:42 PM IST