Nagpur News: गांधीजी के पौत्र तुषार गांधी ने कहा - गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं

गांधीजी के पौत्र तुषार गांधी ने कहा - गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं
  • जिस विचारधारा ने गांधी का विरोध किया, उसी से सीएम जुड़े हैं
  • नागपुर से सेवाग्राम संविधान सत्याग्रह पदयात्रा के आयोजन की जानकारी दी

Nagpur News गांधीवादी संगठनों में शहरी नक्सली सहभागी होने के आरोपों पर महात्मा गांधी के पौत्र तुषार गांधी ने तल्ख शब्दों में कहा है कि गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं। उनको लेकर सरकार अकारण न डरे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेकर उन्होंने कहा कि जिस विचारधारा ने गांधी का विरोध किया, उसी से फडणवीस जुड़े हैं, विरोध तो करेंगे ही। न्याय के लिए संघर्ष करना संवैधानिक अधिकार है। सामाजिक न्याय के संघर्ष के मामले में माओवादी भी एक तरह से क्रांतिकारी ही है। प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में तुषार गांधी बोल रहे थे।

गांधीवादियों को शहरी नक्सली कहा है : तुषार गांधी ने गांधी जयंती पर नागपुर से सेवाग्राम संविधान सत्याग्रह पदयात्रा के आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर व महात्मा गांधी के संयुक्त विचार के साथ संविधान सत्याग्रह पदयात्रा निकाली जा रही है। पदयात्रा में संविधान, चुनाव मशीनरी, किसान आत्महत्या सहित अन्य विषय का समावेश रहेगा। सरकार के विरोध में बोलने वालों को शहरी नक्सली ठहराया जाने लगा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गांधीवादियों को शहरी नक्सली कहा है। फडणवीस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से हैं, इसलिए उन्होंने संघ का मत व्यक्त किया है। देश का इतिहास है कि गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं। महात्मा गांधी ने देश को स्वतंत्रता दिलायी। स्वतंत्रता के लिए बड़े आंदोलन किए। नक्सल संगठन भी सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जिनके लिए नक्सली लड़ रहे हैं, उनके लिए वह क्रांतकारी ही हैं।

पदयात्रा का स्वरूप : पदयात्रा दीक्षाभूमि नागपुर से सेवाश्रम आश्रम वर्धा तक 29 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगी। 75 मुख्य पदयात्री रहेंगे। 1 सितंबर से 5 सितंबर तक गूगल फार्म के माध्यम से पदयात्री का चयन होगा। पदयात्री का गूगल फार्म भरना अनिवार्य है। पदयात्री 3 प्रकार के होंगे। मुख्य पदयात्री दीक्षाभूमि से सेवाग्राम तक 4 दिन की यात्रा करेंगे। अन्य 81 पदयात्री 2 अक्टूबर को वर्धा से सेवाग्राम आश्रम तक एक दिन की पदयात्रा करेंगे। सामान्य पदयात्री की संख्या निश्चित नहीं की गई है। यात्रा के समय प्रतिदिन सुबह सामान्य पदयात्री की संख्या तय होगी। पदयात्रा के समन्वयक संदेश सिंगलकर, सुश्री गुड्डी मुंबई,जगजीत सिंह नागपुर, अविनाश काकडे वर्धा, अतुल शर्मा वर्धा, सुदाम पवार वर्धा, शरद कदम मुंबई है।

नागपुर से सेवाग्राम तक पदयात्रा : भाजपा गठबंधन व केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में नागपुर से सेवाग्राम तक संविधान सत्याग्रह पदयात्रा निकाली जाएगी। पदयात्रा में महात्मा गांधी के पौत्र तुषार गांधी, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल एवं वरिष्ठ नेता सहभागी होंगे। इनके अलावा कांग्रेस गठबंधन के मित्रदलों के नेताओं के अलावा विविध सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। 29 सितंबर को दीक्षाभूमि से पदयात्रा निकलेगी। 2 अक्टूबर को सेेवाग्राम में यात्रा का समापन होगा। यात्रा के संबंध में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से भी चर्चा की गई है। तुषार गांधी ने कहा कि आज देश में सामाजिक सौहार्दय, लोकतांत्रिक व्यवस्था, मानवीय मूल्य और हमारी साझा संस्कृति गंभीर संकट के दौर से गुजर रही है। एक विचारधारा ने प्रयास किया है कि समाज में सांप्रदायिकता का जहर और अराजकता का माहौल फैले। महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा से संबंधित समस्याएं हैं। पदयात्रा के माध्यम से संवैधानिक मूल्यों पर जनसंवाद किया जाएगा। मतों की चोरी सहित अन्य विषयों पर भी चर्चा होगी।


Created On :   2 Sept 2025 12:30 PM IST

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