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Nagpur News: घूमने गई थी कश्मीर, लापता महिला की तलाश कपिलनगर थाने की पुलिस टीम जाएगी लद्दाख

- पाक सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने की आशंका
- कपिलनगर इलाके से घूमने गई थी कश्मीर
- मां के साथ रहती थी सुनीता
Nagpur News. कपिल नगर थानांतर्गत संत कबीर नगर इलाके की 42 वर्षीय लापता सुनीता जामगडे का एक सप्ताह बाद भी अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। वह 14 मई को करगिल जिले के आखिरी हुंदरमान नाम के गांव से अचानक लापता हो गई थी। उसके पाकिस्तान में जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। कपिलनगर थाने में लापता सुनीता के भाई की शिकायत पर गुमशुदा होने का मामला दर्ज किया गया है। सुनीता के बेटे को लद्दाख की पुलिस ने वहां के बाल निरीक्षण गृह में रखा है। कपिलनगर थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश आडे के अनुसार पुलिस की एक टीम को लद्दाख भेजने की तैयारी की गई है। यह टीम सोमवार या मंगलवार को रवाना की जाएगी। सुनीता अपने बेटे के साथ काश्मीर घूमने गई थी। वह लद्दाख जाने के बाद अचानक लापता हो गई। उसके पाक सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने की आशंका है। संत कबीरनगर निवासी सुनीता जामगडे के भाई सुनील जामगडे (40) की शिकायत पर उसके गायब होने का मामला कपिलनगर थाने में दर्ज किया है।
अलग-अलग बातें
सुनीता नागपुर से काश्मीर क्यों गई, उसे किसी ने बुलाया क्या? पाकिस्तान में वह किसके संपर्क में थी, उसे किसी ने बहला फुसलाकर तो नहीं ले गया? इसकी जांच सुरक्षा जांच एजेंसियां कर रही हैं। चर्चा है कि सुनीता की मानसिक स्थिति पूरी तरह ठीक नहीं है। उसका उपचार शुरू था। चर्चा यह भी है कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान के किसी पादरी के संपर्क में थी।
मां के साथ रहती थी सुनीता
सूत्रों से पता चला है कि सुनीता मां और बेटे के साथ भाई के यहां रहती थी, करीब एक दशक पहले उसका पति से तलाक हो गया था। सुनीता केयर टेकर (नर्स) के साथ ही कपड़े बेचने का भी काम करती थी। पंजाब की एक अदालत में कुछ काम होने की बात कहकर 4 मई को 12 वर्षीय बेटे के साथ घर से गई थी। यह भी कहा था कि न्यायालय का काम पूरा कर कश्मीर घूमने जाएंगे। जानकारी के अनुसार, वह 9 मई को वह कश्मीर पहुंची थी। वहां करगिल बॉर्डर पर 14 मई को हुंदरमान नाम के आखिरी गांव में पहुंची। वहां पर पहुंचने के बाद बेटे को कुछ काम निपटाकर वापस आने तक इंतजार करने की बात कहकर अकेली निकल गई, पर वापस नहीं लौटी। मां के इंतजार में बैठे बेटे को देखकर स्थानीय नागरिकों ने उसे लद्दाख पुलिस के हवाले कर दिया।
दो बार अटारी बार्डर से जाने का प्रयास
सूत्रों के अनुसार, सुनीता ने इसके पहले अमृतसर के अटारी बॉर्डर से दो बार पाकिस्तान जाने का प्रयास किया था, लेकिन कामयाब नहीं हो पाई थी। तीन दिन पहले उसने रिश्तेदार महिला को फोन किया। कश्मीर घूमने की बात की और बेटे को वापस घर भेज रही हूं कहकर फोन काट दिया। उसका बेटा भी घर नहीं लौटा। इस दौरान लद्दाख पुलिस का सुनीता के परिजनों को फोन आया। उन्होंने सुनीता के बेटे के सकुशल होने की जानकारी दी। उसकी मां के बारे में बताया गया कि वह कहीं नजर नहीं आ रही है।
कपड़े दिलाने के बहाने बेटे को लेकर गई थी
कपिलनगर के वरिष्ठ थानेदार सतीश आडे का कहना है कि उसका भाई थाने में आया था, लेकिन लापता महिला के बारे में फिलहाल कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है। यह भी जानकारी नहीं है कि वह एलओसी पार कर पाकिस्तान में पहुंच चुकी है या नहीं । महिला के पास न तो पासपोर्ट है और न ही वीजा है। सुनीता का बेटा स्कूल में पढ़ता है। अक्सर वह बड़बड़ाती रहती थी, शायद उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।
Created On :   19 May 2025 6:36 PM IST