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Nagpur News: गोंदिया रेलवे स्टेशन पर पानी लेने के लिए उतरी महिला, ट्रेन छूट गई

- दो मासूम बच्चों ने किया अकेले सफर
- आरपीएफ को मिली खबर , मिलाया मां से बच्चों को
Nagpur News सुबह, नागपुर मंडल के डिवीजनल सिक्युरिटी कंट्रोल रूम में एक सूचना ने सभी को चौंका दिया। ट्रेन क्रमांक 22512 कर्मभूमि एक्सप्रेस के सामान्य कोच में दो नन्हे बच्चे, अपनी माँ से बिछड़कर अकेले यात्रा कर रहे थे। माँ गोंदिया स्टेशन पर पीने का पानी भरने उतरी थीं, लेकिन ट्रेन छूट जाने से वह अपने बच्चों से बिछड़ गई। यह खबर सुनते ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की टीम में हलचल मच गई।
बच्चों का डर, उनकी मासूम आँखों में बिछड़ने का दर्द और अनजान सफर की अनिश्चितता, हर किसी के दिल को छू गई। ऑपरेशन "नन्हें फरिश्ते" के तहत आरपीएफ ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। नागपुर स्टेशन पर हेड कांस्टेबल भांसे और कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह ने ट्रेन की प्रतीक्षा की। टिकट निरीक्षक (टीटीई) ने बच्चों को सुरक्षित पैंट्री कार में बिठाया , जहाँ वे इंतज़ार कर रहे थे। दोनों बच्चों को प्यार और सुरक्षा के साथ आरपीएफ पोस्ट लाया गया। उनकी मासूमियत और चेहरे पर माँ की तलाश की बेचैनी देखकर हर कोई भावुक हो उठा।
कुछ ही घंटों बाद, दोपहर के समय, बच्चों की माँ ट्रेन क्रमांक 12130 आजाद हिंद एक्सप्रेस से नागपुर स्टेशन पहुंची। महिला के चेहरे पर घबराहट और आखों में आंसू साफ झलक रहे थे। उन्होंने बच्चों के आधार कार्ड और अन्य वैध पहचान पत्र दिखाये। चाइल्डलाइन प्रतिनिधि और दो स्वतंत्र गवाहों के सामने दस्तावेजों और बयानों की गहन जांच की गई। यह सुनिश्चित किया गया कि बच्चे किसी अपराध में संलिप्त नहीं हैं। सहायक उप निरीक्षक एम.के. पांडे ने सभी औपचारिकताएँ पूरी कीं। जब बच्चों ने अपनी मां को देखा, उनकी आंखें खुशी से चमक उठी।
उन्होंने अपनी मां की पहचान की पुष्टि की और उनके साथ जाने की इच्छा जताई। दोपहर 1:40 बजे, जब माँ ने अपने बच्चों को गले लगाया, वह पल हर किसी के लिए अविस्मरणीय था। मा की आखों से आंसुओं की धारा और बच्चों की मुस्कान ने वहां मौजूद सभी के दिलों को पिघला दिया। आरपीएफ ने मां को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा की समझाइश दी। यह घटना न केवल आरपीएफ की तत्परता और मानवता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि एक छोटी सी सावधानी कितने बड़े दुख को टाल सकती है।
Created On :   21 May 2025 4:17 PM IST