- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- पुरी के गणेश की स्थापना - ऑपरेशन...
Nagpur News: पुरी के गणेश की स्थापना - ऑपरेशन सिंदूर और किसानों की समस्या पर उठाए सवाल, सरकार पर तंज

- ऑपरेशन सिंदूर और किसानों की समस्या पर सवाल उठाए गए
- सरकार पर कसा तंज, पुरी के गणेश की स्थापना
Nagpur News. पांचपावली क्षेत्र में स्थापित होने वाले ‘पुरी के गणेश’ इस वर्ष भी चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। हर साल की तरह इस बार भी गणेशोत्सव में सरकार की नीतियों और सामाजिक मुद्दों पर कटाक्ष किया गया है।
गुरुवार को चंद्रशेखर आज़ाद गणेशोत्सव मंडल की ओर से नंदगिरी मार्ग पर गणेश प्रतिमा स्थापित की गई। इस बार गणेशजी की प्रतिमा को एक साधारण किसान की वेशभूषा में सजाया गया है। प्रतिमा के साथ लगे संदेश-पटों और प्रतीकात्मक पुतलों के जरिए सरकार पर निशाना साधा गया है।
अतीत के झरोखे से कुछ खास
- स्थापना का इतिहास : यह परंपरा 67 वर्ष पहले सामाजिक कार्यकर्ता गुलाब पुरी ने शुरू की थी।
- आलोचना का स्वर : इस बार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और किसानों की कर्ज़माफी को लेकर सरकार पर तंज।
प्रतीकात्मक पुतलों की खास बात
- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पुतला, जिस पर लिखा – “ऑपरेशन सिंदूर तो रुकाया, अब देश चलाओगे क्या ट्रंप?”
- मोदी जैकेट पहने एक पुतला, जिस पर लिखा – “भारत के प्रमुख मूक दर्शक।”
- बड़ा फलक : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तस्वीरों के साथ संदेश – “विदर्भ कल्याण का ढोंग बंद करो।”
स्थायी विवादों का सफर
कई बार पुलिस की जब्ती कार्रवाई और न्यायालय तक पहुंचे मामले |
2005 में कोर्ट की अनुमति से स्थापना को मान्यता मिली। |
2010 में सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह की तस्वीर पर विवाद। |
2019 में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर के साथ ₹15 लाख के वादे पर सवाल। |
2021 में कोविड काल में नदी में बहाए गए शवों पर सरकार को घेरा गया। |
2022 में पुलिस ने पंडाल को ताला लगाया, मूर्ति का विसर्जन विलंब से हुआ। |
पुरी के गणेश का उद्देश्य
सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को सामने लाकर जनता तक संदेश पहुंचाना। यही वजह है कि यह स्थापना हर साल चर्चा, समर्थन और विवाद इन तीनों का केंद्र बनती है।
Created On :   28 Aug 2025 9:42 PM IST