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Nagpur News: इंटरनेशनल म्यूजियम डे - शिवशस्त्रों की तेज धार और बाघ नख की हुंकार, इतिहास से जुड़ाव

- गर्मी, परीक्षा के चलते भीड़ कम
- शस्त्रों की कविता और इतिहास की धड़कन
Nagpur News. शहर के केंद्रीय संग्रहालय में छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा अफजल खान के वध में प्रयुक्त ऐतिहासिक ‘बाघ नख’ को पहली बार जनता के दर्शन हेतु रखा गया है। यह अवसर नागपुरवासियों के लिए एक गौरवमयी क्षण है, जहां इतिहास की वीरता वर्तमान में सजीव हो उठी है। "शिवशस्त्र शौर्यगाथा' शीर्षक प्रदर्शनी का उद्घाटन 7 फरवरी 2025 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों किया गया था। इस प्रदर्शनी को तीन महीने से अधिक समय हो गया है और अब तक 35 हजार से अधिक लोग संग्रहालय में विजिट कर चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार ने यह अमूल्य शस्त्र लंदन स्थित विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम से भारत लाकर संस्कृति और स्वाभिमान का नया अध्याय लिखा है।
गर्मी, परीक्षा के चलते भीड़ कम
इस ऐतिहासिक प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद पहले ही महीने में 20,000 से अधिक लोगों ने बाघ नख का दर्शन किया। भले ही मार्च और अप्रैल की गर्मी और परीक्षाओं ने भीड़ को थोड़ा कम किया हो, फिर भी अब तक 35,000 से अधिक विजिटर्स संग्रहालय आ चुके हैं। संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10 से 5.30 बजे तक हर दिन शुरू रहता है। वीकली ऑफ भी बंद कर दिया गया है। सेंट्रल म्यूजियम के क्यूरेटर मयूरेश खड़के और अस्सिटेंट क्यूरेटर विनायक निट्ठूलकर ने इस संबंध में जानकारी दी।
शस्त्रों की कविता और इतिहास की धड़कन
इस प्रदर्शनी में सिर्फ बाघ नख ही नहीं, बल्कि शिवकालीन तलवारें, भाले, धनुष-बाण, कुल्हाड़ी, कटियार, और विशेष रूप से "राजशस्त्र' घोषित दंडपट्टा को भी सजाया गया है। इसके साथ मराठा युद्धकला "मर्दानी खेल' का सजीव प्रदर्शन दर्शकों को वीरता की अनुभूति कराता है। यह सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि समय के उस अध्याय का जीवंत चित्रण है, जहां मराठा वीरों की सांसें आज भी गूंजती हैं।
इंटरनेशनल म्यूजियम डे पर नि:शुल्क दर्शन
आज, 18 मई को ‘इंटरनेशनल म्यूजियम डे’ के उपलक्ष्य में संग्रहालय में प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है। दर्शकों को शिवशस्त्रों के साथ-साथ सीताबर्डी किले की लड़ाई में उपयोग किए गए अग्निबाण, बंदूकें और दुर्लभ शस्त्रों का दर्शन भी कराया जा रहा है। नागपुर में यह प्रदर्शनी सिर्फ इतिहास की झलक नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने वाली एक जीवंत सीख है, जहां हर तलवार एक कहानी कहती है, और नख वीरता की गाथा।
Created On : 18 May 2025 12:00 PM