Nagpur News: कफ सिरप से गंभीर बच्चे को मेडिकल से एम्स में किया शिफ्ट

कफ सिरप से गंभीर बच्चे को मेडिकल से एम्स में किया शिफ्ट
नहीं मिला लगातार डायलिसिस करने वाला यंत्र

Nagpur News मध्य प्रदेश में दूषित कफ सिरप के सेवन के बाद उपचार के लिए नागपुर लाये गए 15 मासूमों की अभी तक मौत हो चुकी है। इनमें से सबसे ज्यादा बच्चों ने नागपुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दम तोड़ा। गंभीर रूप से बीमार पांच बच्चों का उपचार जारी है, लेकिन लगातार 24 घंटे डायलिसिस करने वाली सीआरआरटी मशीन मेडिकल में उपलब्ध न होने से एक बच्चे के परिजन ने बुधवार को उसे अपनी जिम्मेदारी पर एम्स नागपुर में शिफ्ट कर लिया। एम्स सूत्रों ने पुष्टि की कि बच्चे का उपचार वर्तमान में एम्स में चल रहा है।

दिल्ली की टीम दौरे पर : इस बीच, दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की टीम नागपुर पहुंच गई है। टीम के सदस्य सह निदेशक डॉ. आरती तिवारी और डॉ. नवीन वर्मा नागपुर मेडिकल, एम्स और कुछ निजी अस्पतालों का दौरा करेंगे, ताकि दूषित कफ सिरप से हुई मौतों और उपचार की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली जा सके।

एम्स की टीम मेडिकल पहुंची : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर एम्स नागपुर की एक विशेष टीम ने मंगलवार को मेडिकल अस्पताल का दौरा किया। टीम ने कफ सिरप पीने से बीमार बच्चों के मेडिकल रिकॉर्ड और उपचार संबंधी दस्तावेजों की जांच की। सूत्रों के अनुसार, टीम ने सभी रिपोर्ट और दस्तावेज दिल्ली भेजने के निर्देश दिए हैं।

अब तक 36 बच्चे अस्पतालों में : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, बैतूल और सिवनी जिलों से अब तक 36 बच्चों को नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से सबसे ज्यादा मौतें मेडिकल में दर्ज की गई हैं। वर्तमान में 5 बच्चे गंभीर अवस्था में हैं। इनमें से 2 को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है, जबकि 2 का डायलिसिस चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

टीम मध्य प्रदेश भी जाएगी : एनसीडीसी की टीम नागपुर के अलावा मध्य प्रदेश के प्रभावित जिलों छिंदवाड़ा, बैतूल और सिवनी का भी दौरा करेगी। वहां पर स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों, डॉक्टरों और परिजनों से बात कर इस पूरी घटना की जमीनी हकीकत जुटाई जाएगी। एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि यह जांच रिपोर्ट सीधे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को सौंपी जाएगी, ताकि दोषी कंपनियों और जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जा सके।

एमपी के 5 बच्चे नागपुर में भर्ती : नागपुर महानगरपालिका के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर ने ‘दैनिक भास्कर' को बताया कि बुधवार को नागपुर में किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है। फिलहाल मध्य प्रदेश के पांच बच्चे नागपुर के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि विषैले कफ सिरप के सेवन से नागपुर में इलाज के दौरान अब तक मध्य प्रदेश के 15 बच्चों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र के भी 6 बच्चों की मौत हुई है, लेकिन इसकी वजह विषैला कफ सिरप नहीं है।

Created On :   9 Oct 2025 12:13 PM IST

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