Nagpur News: जानिए अब दूध कितना शुद्ध - साल भर में 236 सैंपल लिए, 65 की रिपोर्ट नहीं आई

जानिए अब दूध कितना शुद्ध - साल भर में 236 सैंपल लिए, 65 की रिपोर्ट नहीं आई
  • 11 की गुणवत्ता कम दर्जे की
  • 4 असुरक्षित

Nagpur News. दूध की क्वालिटी को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं। ऐसे में नियमित जांच कर इसे प्रमाणित करना जरूरी है। यह काम अन्न व औषधि विभाग का है। इस विभाग द्वारा साल भर में लिये गए 236 सैंपल में से 11 कम दर्जे के और 4 असुरक्षित पाए गए हैं। अहम बात यह किे 65 सैंपल की अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। इससे दूध की शुद्धता पर सवाल उठ रहा है। इसलिए नागपुर में पूरी तरह से प्रमाणित दूध मिल रहा है या नहीं, इसका कोई सही जवाब नहीं है।

मिलावट का शक!

जिले में प्रति दिन छोटे-छोटे ग्रामीण क्षेत्रों से दूध आता है। इसे पूरे जिले में लोगों की जरूरत के अनुसार वितरित किया जाता है। वर्तमान में जरूरत से एक लाख लीटर कम दूध आ रहा है। दूध संकलन नागपुर विभाग की ओर से मिले आंकड़ों के अनुसार जिले में प्रति दिन 2 लाख 46 हजार 70 लीटर दूध की खपत है। लेकिन एक दिन में संकलन महज 1 लाख 41 हजार 6 सौ 81 लीटर होता है। यानी करीब एक लाख लीटर कम दूध आ रहा है। ऐसे में दूध में मिलावट से इनकार नहीं किया जा सकता है। वर्ष 2023-24 में 106 सैंपल में से 5 सैंपल में मिलावट पाई गई है। वहीं 21 सैंपल की रिपोर्ट अभी आई नहीं है। इस साल का हाल भी लगभग ऐसा ही है। यही कारण है कि दूध की शुद्धता पर सवाल उठ रहे हैं।

इस तरह से होता है प्रमाणित

प्रमाणित करने के लिए दूध में मिल्क फैट व एसएनएफ (सॉलिड नॉट फैट) की मात्रा पैरामीटर में होना आवश्यक है। अप्रमाणित सैंपल में मिल्क फैट की मात्रा व एसएनएस की मात्रा पैरामीटर से कम पाई गई है। इस तरह का दूध पीना सेहत के लिए घातक तो नहीं है, लेकिन यह ग्राहकों के साथ धोखा है, क्योंकि ग्राहक जो पैसा देता है, उस स्टैंडर्ड का उन्हें दूध नहीं मिलता है।

Created On :   9 Jun 2025 7:17 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story