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Nagpur News: फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले की संयुक्त जांच करेगा मनपा और जिला प्रशासन : सोमैया

- जिले में 10 हजार और शहर में 200 प्रमाणपत्र वापस लिए जाएंगे
- फर्जी दस्तोवजों को पाने वालों पर कार्रवाई
Nagpur News पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने एक बार फिर अपने आरोपों को दोहराते हुए मनपा और जिला प्रशासन से जन्म प्रमाणपत्रों की संयुक्त रूप से जांच करने की मांग की है। शुक्रवार को मनपा प्रशासन और जिला प्रशासन के साथ चर्चा के बाद किरीट सोमैया ने कहा कि जिला प्रशासन और मनपा मिलकर जन्म प्रमाणपत्र की जांच कर रहे हैं। इस मामले में फर्जी दस्तोवजों को पाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
प्राथमिक तौर पर 200 से अधिक गलती से प्रमाणपत्र जारी होने का अनुमान है। दूसरी ओर नायब तहसीलदार से जारी करीब 1200 से अधिक प्रमाणपत्र रद्द हो गए हैं, लेकिन इन प्रमाणपत्रों काे वापस नहीं लिया गया है। ऐसे में इन प्रमाणपत्रों का अब भी दुरुपयोग किया जा रहा है। जिले में करीब 10 हजार प्रमाणपत्र वापस लेने की प्रक्रिया की जाएगी। चर्चा के दौरान मनपा की अतिरिक्त आयुक्त वसुमना पंत, उपायुक्त डॉ. रंजना लाडे, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकार, जन्म मृत्यु विभाग के प्रभारी डॉ. अतीकउर रहमान खान और सांख्यिकी सहायक मुकेश शंभरकर, उपविभागीय अधिकारी सुरेश बगले समेत अन्य उपस्थित थे।
बांग्लादेशी नागरिकों को दिए गए प्रमाणपत्र : भाजपा नेता सोमैया ने 17 अप्रैल को मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी से मिलकर शहर में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बांग्लादेशी नागरिकों के प्रमाणपत्र जारी करने का आरोप लगाया था। पूरे मामले में मनपा प्रशासन और तहसील कार्यालय को सप्ताहभर के भीतर जांच करने की मांग की गई थी। अवैध दस्तावेजों के पाए जाने पर पुलिस कार्रवाई करने की भी मांग की थी। किरीट सोमैया का आरोप है कि जिले में 4350 आवेदनों में से 2271 आवेदनों में प्रमाणपत्र जारी कर किया गया है। इनमें बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों को प्रमाणपत्र दिए गए हैं। इस मामले में मालेगांव, अकाेला, अमरावती का भी हवाला दिया गया है।
अधिकारी मौन : 17 अप्रैल को किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि जन्म प्रमाणपत्र पाने के लिए शहर में 1839 आवेदन मिले थे। इसमें से 1234 आवेदनों पर प्रमाणपत्र दिया गया है, जबकि 4 आवेदनों को रद्द कर 601 अब भी प्रलंबित है। शुक्रवार को 200 से अधिक जन्म प्रमाणपत्रों में गलती के चलते रद्द करने की जानकारी दी है। इतना ही नहीं जिले में 10 हजार प्रमाणपत्रों को वापस लेने की भी जानकारी दी है। दूसरी ओर मनपा और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कोई भी टिप्पणी नहीं की है।
Created On :   3 May 2025 8:26 PM IST