Nagpur News: सिकलसेल उन्मूलन में नागपुर बना अग्रणी जिला , 15 से 30 जून तक सिकलसेल पखवाड़ा

सिकलसेल उन्मूलन में नागपुर बना अग्रणी जिला , 15 से 30 जून तक सिकलसेल पखवाड़ा
  • 19 जून को मनाया जाएगा विश्व सिकलसेल दिवस
  • 228 स्वास्थ्य संस्थानों में प्रतिदिन 2880 लोगों की जांच का लक्ष्य

Nagpur News राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत नागपुर जिले में 15 जून से 30 जून तक सिकलसेल पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत 19 जून को विश्व सिकलसेल दिवस भी बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा।

महाराष्ट्र में पहला स्थान : वर्ष 2024-25 के दौरान इस कार्यक्रम में बेहतरीन कार्य के लिए नागपुर जिला महाराष्ट्र में पहले स्थान पर रहा है। इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी डॉ. विपिन ईटनकर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनायक महामुनी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार गहलोत, सर्जन डॉ. निवृत्ती राठौड़, माता बाल संगोपन अधिकारी डॉ. रेवती साबले और सिकलसेल समन्वयक प्राजक्ता चौधरी को राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया है।

कहां-कहां होंगे जांच शिविर?

डागा महिला अस्पताल में जिला स्तरीय शिविर

सभी प्राथमिक, ग्रामीण, उपजिला व जिला अस्पताल

शासकीय मेडिकल कॉलेज व इंदिरा गांधी शासकीय मेडिकल कॉलेज

एकलव्य मॉडल व आश्रमशालाओं में विद्यार्थियों की जांच

क्या है सिकलसेल बीमारी?

सिकलसेल एक आनुवांशिक रक्त विकार है जिसमें शरीर की लाल रक्त कोशिकाएं हंसिए (विळे) के आकार की हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है। यह बीमारी माता-पिता से बच्चों में जाती है।

मुख्य दो प्रकार

1. सिकलसेल सफरर (रोगी)

2. सिकलसेल कैरियर (वाहक)

लक्षण

रक्त की कमी, हाथ-पैरों में सूजन, पीलिया, असहनीय दर्द, लकवा, घाव, संक्रमण, थकान, मूत्र व आंखों से जुड़ी समस्याएं आदि।

इलाज और सुविधाएं

निशुल्क सोल्युबिलिटी और एचपीएलसी जांच

फोलिक एसिड, हायड्रोक्सियूरिया दवाएं मुफ्त

नियमित जांच और समुपदेशन

12 वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए

विशेष डे-केयर सेंटर

एम्स नागपुर में गर्भजल परीक्षण सुविधा

मुफ्त रक्त संक्रमण, दिव्यांग प्रमाणपत्र

प्रति माह 1000 रुपए की संजय गांधी योजना

एसटी बस में फ्री यात्रा सुविधा

10वीं-12वीं परीक्षा में 20 मिनट समय बढ़ोतरी का लाभ

स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि वे अपने निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर निशुल्क जांच अवश्य कराएं। सिकलसेल का इलाज समय पर शुरू हो तो जीवनशैली सुधर सकती है और जटिलताओं से बचा जा सकता है।

नियंत्रण के उपाय

1. विवाह पूर्व रक्त परीक्षण

2. गर्भजल जांच

3. शिक्षा और रोजगार में सिकलसेल पीड़ितों को समर्थन

4. करियर व पीड़ितों कोr समय रहते पहचान

Created On :   14 Jun 2025 5:13 PM IST

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