राष्ट्रवादी कांग्रेस में चिंतन शिविर के बाद संगठनात्मक गुटबाजी, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष बदलने से असंतोष

राष्ट्रवादी कांग्रेस में चिंतन शिविर के बाद संगठनात्मक गुटबाजी, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष बदलने से असंतोष
  • चिंतन शिविर के बाद संगठनात्मक गुटबाजी
  • पदाधिकारियों ने कहा-असंतोष का सवाल नहीं
  • विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष बदलने से असंतोष

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रवादी कांग्रेस में चिंतन शिविर के बाद संगठनात्मक गुटबाजी उभर आई है। शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे ने 4 विधानसभा क्षेत्रों के अध्यक्ष बदल दिए है। राकांपा के प्रवक्ता प्रवीण कुंटे ने इस बदलाव का विरोध किया है। मामला प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील तक पहुंचा है। दावा किया जा रहा है कि राकांपा में संगठनात्मक बदलाव का यह मामला और भी तेज होगा।

प्रवीण कुंटे, प्रवक्ता राकांपा महाराष्ट्र के मुताबिक संगठन में पुनर्गठन की प्रक्रिया चल रही है। जिला स्तर पर नए पर्यवेक्षक नियुक्त किए जा रहे हैं। संगठन चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं। चुनावों की तैयारी की जा रही है। ऐसे में विधानसभा क्षेत्र स्तर पर नेतृत्व बदलना संगठन अनुशासन के विरुद्ध है। पदाधिकारियों के इस्तीफे का दावा निराधार है। इस बदलाव का विरोध करता हूं।

पांडे को पूर्व, बेग को पश्चिम की जिम्मेदारी

मंगलवार को विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष बदले गए हैं। शहर उपाध्यक्ष रविनीश पांडे का पूर्व नागपुर का अध्यक्ष व आकाश थेटे को कार्याध्यक्ष नियुक्त किया गया है। राजा बेग को पश्चिम नागपुर का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मोरेश्वर जाधव को दक्षिण नागपुर और राजूसिंह चव्हाण को दक्षिण पश्चिम नागपुर का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आशुतोष बेलेकर दक्षिण पश्चिम नागपुर के कार्याध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। शहर प्रवक्ता संतोषसिंह के अनुसार यह बदलाव संगठन कार्य को गति देने के लिए किया गया है।

असंतोष कायम

राकांपा में लंबे समय से असंतोष कायम है। शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे के नेतृत्व के विरोध में कुछ प्रदेश पदाधिकारी लामबंद हुए हैं। पिछले दिनों यह गुटबाजी खुलकर सामने आई। प्रदेश पदाधिकारियों की पत्रकार वार्ता में शहर अध्यक्ष दरकिनार हुए। मनपा सहित कई विषयों को लेकर आंदोलनों, प्रदर्शनों में भी गुटबाजी साफ नजर आई। शहर अध्यक्ष पेठे पर आरोप लगाए गए कि वे केवल कुछ पदाधिकारियों को महत्व देकर संगठन में वरिष्ठों व कर्तव्यनिष्ठों को नजर अंदाज कर रहे हैं। वहीं पेठे समर्थकों की ओर से कहा जाता रहा है कि कुछ पदाधिकारी केवल नाम के लिए संगठन में हैं। संगठन कार्य में कोई योगदान नहीं दे रहे हैं। सीमित कार्यकर्ता व पदाधिकारी होने के बाद भी शहर राकांपा में गुटबाजी कायम रही। पिछले सप्ताह शहर में राकांपा ओबीसी सेल ने दो दिन का चिंतन शिविर आयोजित किया। उस शिविर में भी गुटबाजी की छाया नजर आती रही। अजित पवार, प्रफुल पटेल, जयंत पाटील, छगन भुजबल सहित अन्य नेता पदाधिकारियों से आवाहन करते रहे कि आपसी भेद भुलाकर मनपा चुनाव की तैयारी करें। मनपा में अधिक सीट जीतने पर ही राकांपा विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस गठबंधन में सीट की दावेदारी कर सकती है।

पदाधिकारियों ने कहा-असंतोष का सवाल नहीं

विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष पद से हटाए गए 4 में 3 अध्यक्षों ने कहा कि उन्हें इस बदलाव से नाराजगी नहीं है। पूर्व नागपुर के अध्यक्ष रहे गुलशन मुनियार ने कहा कि व्यवसायिक कार्य में व्यस्तता के कारण 3 माह पहले से ही उन्होंने संगठन कार्य से स्वयं दूर कर लिया था। पश्चिम नागपुर के अध्यक्ष रहे शैलेश पांडे का कहना है कि चुनावी राजनीति में सक्रिय होने के लिए वे पहले ही संगठन कार्य से दूर हो गए। दक्षिण पश्चिम नागपुर के अध्यक्ष रहे भैया ठाकुर ने कहा है कि स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने ही कहा था कि अध्यक्ष पद के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।

सहमति से लिया निर्णय

दुनेश्वर पेठे, अध्यक्ष राकांपा शहर के मुताबिक संगठन कार्य के लिए सहमति से निर्णय लिया गया है। 3 विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। उनके स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था करना आवश्यक था। दक्षिण नागपुर के अध्यक्ष की संगठन कार्य में अरुचि को देखते हुए नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। संगठनात्मक बदलाव के संबंध में प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील को भी जानकारी दी गई है।





Created On :   6 Jun 2023 9:33 PM IST

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