चर्चा में है देशमुख से राज ठाकरे की मुलाकात

चर्चा में है देशमुख से राज ठाकरे की मुलाकात
  • राज ठाकरे की देशमुख से मुलाकात
  • सियासी गलियारों में चर्चा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे से राकांपा नेता व पूर्व मंत्री अनिल देशमुख की मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है। मंगलवार को हुई इस भेंट को लेकर राजनीतिक क्षेत्र में कई तर्क लगाए जा रहे हैं। इस बीच दैनिक भास्कर से चर्चा में देशमुख ने कहा कि वे व्यक्तिगत कारणों से राज ठाकरे से मिले। उनकी मुलाकात का राजनीतिक कोई संबंध नहीं है। राकांपा में विभाजन के बाद शरद पवार के सबसे महत्वपूर्ण सहयोगियों में देशमुख शामिल हैं।

राहत महसूस कर रहे हैं

माना जा रहा है कि राकांपा शरद पवार गुट की आेर से राज ठाकरे को भरोसा दिलाया गया कि अगले चुनावों में भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में वह रहेंगे। भाजपा पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के माध्यम से दबाव की राजनीति करने का आरोप लगाया जाता रहा है। माना जा सकता है कि अनिल देशमुख ने राज ठाकरे को उस प्रकरण की विस्तृत जानकारी दी, जिसमें उन्हें एक वर्ष से अधिक समय तक कारागृह में रहना पड़ा था। गृहमंत्री रहते समय देशमुख को कथित तौर पर फंसाने के प्रयासों के पीछे की मंशा व रणनीति के बारे में भी राज ठाकरे को जानकारी दी गई। उधर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उनके सहयोगी प्रताप सरनाईक से राज ठाकरे की चर्चा को लेकर भी तर्क लगाए जा रहे हैं। मार्च 2022 में सरनाईक के 11 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। ईडी ने 3 बार सरनाईक को नोटिस भेजा था। शिवसेना शिंदे गुट में शामिल होने के बाद सरनाईक राहत महसूस कर रहे हैं।

विरोध में बोलना शुरू

इस समय शरद पवार राज्य के दौरे पर हैं। देशमुख उनकी सभाओं व दौरों में प्रमुखता से शामिल हो रहे हैं। माना जा रहा है कि राज ठाकरे को महाविकास आघाड़ी में शामिल कराने का प्रयास चल रहा है। राज्य की राजनीति में गठबंधन की संभावनाएं तलाश रहे राज ठाकरे फिलहाल गठबंधन संबंधी दिशा तय नहीं कर पाए हैं। राकांपा में विभाजन के समय उन्होंने कहा था कि यह विभाजन केवल दिखावा है। राकांपा में सहमति से नेताओं को सत्ता में शामिल कराया गया है, लेकिन पिछले सप्ताहभर से राकांपा के दोनों गुट अलग नजर आने लगे हैं। यहां तक कि राकांपा अजित गुट ने शरद पवार की तस्वीरें अपने पोस्टरों से हटाकर उनके विरोध में बोलना शुरू कर दिया है।

राजनीतिक चर्चा नहीं

अनिल देशमुख, पूर्व मंत्री के मुताबिक मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से व्यक्तिगत विषयों को लेकर भेंट की है। इस भेंट का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। यह सही है कि चुनाव के पहले नेताओं की मुलाकात को चुनावी रणनीति का हिस्सा ही माना जाता है, लेकिन मैं फिर से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह भेंट किसी भी तरह से राजनीतिक विषय पर चर्चा से संबंधित नहीं थी।


Created On :   31 Aug 2023 4:34 PM IST

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