सभी भाषाओं की जननी संस्कृत है

सभी भाषाओं की जननी संस्कृत है
रक्षाबंधन पर्व पर संस्कृत दिवस का आयोजन

डिजिटल डेस्क, नागपुर| रक्षाबंधन पर्व पर संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया। श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक को संस्कृत में पठन कर श्रीकृष्ण भगवान के उपदेशों को साकार किया गया। संस्कृत के व्याकरण को सीखने के लिए युवाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया गया। संत चांदूराम साहब मुक्तिधाम कस्तूरबा नगर मार्ग में बहनों के द्वारा भाइयों को संतों की अखंड धूनी लगाकर दुआएं दी गईं। सामूहिक रक्षाबंधन का आयोजन किया गया। मुक्तिधाम के अध्यक्ष भाई प्रकाश केवलरामानी, भाई शामनदास तुलस्वानी, मोटाराम चेलवानी, वीरभान तुलस्वानी, भीखचंद डेंबला, महेश चावला, राधाराम माखीजा, शंकरलाल विरवानी, गुरमुखदास बेलवानी द्वारा संस्कृत के रचयिता भगवान शिव की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। संस्कृत आचार्य प्रकाश केवलरामानी ने संस्कृत को प्राचीन भाषा के रूप में निरूपित करते हुए कहा कि सभी भाषाओं की जननी संस्कृत है। मुक्तिधाम में भजन-कीर्तन के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया।

Created On :   1 Sept 2023 5:38 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story