राहत...: शिक्षा पर जोर, आदिवासी छात्र नामांकित स्कूलों में ही लेंगे अंग्रेजी की शिक्षा

शिक्षा पर जोर, आदिवासी छात्र नामांकित स्कूलों में ही लेंगे अंग्रेजी की शिक्षा
  • विभिन्न शहरों में अंग्रेजी माध्यम के प्रतिष्ठित आवासीय विद्यालयों के छात्रों को मिलेगा लाभ
  • हर साल 2500 विद्यार्थी कक्षा एक से कक्षा 12 तक निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे
  • विभिन्न संगठनों का विरोध देखते हुए सरकार ने अपना फैसला वापस लिया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नामांकित शिक्षा योजना के मानदंडों का पालन न करने का कारण बताते हुए नागपुर शहर के 4 स्कूलों को योजना के बाहर कर दिया गया था। सरकार के इस फैसले से आदिवासी छात्र अंग्रेजी शिक्षा से वंचित हो रहे थे। इसलिए छात्रों समेत अभिभावकों में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश था। उन्होंने गिरिपेठ स्थित एकात्मिक आदिवासी विकास परियोजना कार्यालय का घेराव भी किया था। आखिरकार अभिभावकों और आदिवासियों के विभिन्न संगठनों का विरोध देखते हुए सरकार ने अपना फैसला वापस लिया है।

यह है योजना : राज्य सरकार ने आदिवासी छात्रों को अंग्रेजी माध्यम की नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए 2009 से एक नामांकित स्कूल योजना शुरू की है। इस योजना के तहत राज्य के विभिन्न शहरों में अंग्रेजी माध्यम के प्रतिष्ठित आवासीय विद्यालयों में हर साल 2500 विद्यार्थी कक्षा एक से कक्षा 12 तक निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करते हैं। यह योजना एकात्मिक जनजातीय विकास परियोजना के माध्यम से कार्यान्वित की जाती है। स्कूलों का चयन आदिवासी विकास विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा किया जाता है, लेकिन मानदंडों का पालन नहीं किए जाने का कारण बताते हुए अप्पर आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने नागपुर जिले के स्कूलों को नामांकित शिक्षा योजना से बाहर कर दिया था।

डे-बोर्डिंग के उसी स्कूल में छात्र लेंगे शिक्षा : अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद विदर्भ के महासचिव और नागपुर विश्वविद्यालय के सिनेट सदस्य दिनेश शेराम के नेतृत्व में छात्र और अभिभावकों ने गिरिपेठ स्थित कार्यालय में आंदोलन किया था। इसके बाद आदिवासी विकास विभाग नागपुर के अपर आयुक्त को निवेदन देते हुए विशेष रूप से मौजूदा छात्रों को कक्षा 12 तक की शिक्षा पूरी करने दी जाने की मांग की गई थी। आखिरकार नागपुर के आदिवासी विकास उपायुक्त ने फैसला वापस लेने का आदेश जारी किया। साथ ही डे-बोर्डिंग उसी स्कूल में छात्रों को पढ़ाने के लिए शासन को प्रस्ताव भी भेजा।

इन स्कूलाें में वर्ष 2024-25 के लिए मिलेगी शिक्षा : पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल, कोराडी रोड, जी. एच. रायसोनी विद्यानिकेत, सुकली, जी. एच. रायसोनी विद्यानिकेतन, अंबाझरी हिंगना रोड, द रॉयल गोंडवाना पब्लिक स्कूल, शंकरपुर और पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल, कारधा, जि. भंडारा

Created On :   2 April 2024 5:57 AM GMT

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