गुरु को रक्षासूत्र अर्पित करने की परंपरा

गुरु को रक्षासूत्र अर्पित करने की परंपरा
  • संस्कृत दिवस पर गुरुजनों को बांधी राखी
  • रक्षासूत्र अर्पित करने की परंपरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. प्राचीन काल में गुरुकुलों में सावन पूर्णिमा के अवसर पर संस्कृत दिवस मनाने की परंपरा का निर्वहन होता रहा है। गुरुकुल के विद्यार्थी और समाज के वरिष्ठ जन गुरुजनों को रक्षासूत्र अर्पित कर राष्ट्र और समाज की रक्षा का आशीर्वाद मांगते थे। यह उद्गार श्री गीता मंदिर के संचालक स्वामी निर्मलानंद महाराज ने व्यक्त किए।

सुभाष मार्ग स्थित श्री गीता मंदिर में सावन पूर्णिमा, रक्षाबंधन के अवसर पर संस्कृत दिवस मनाया गया। भक्तों ने मंदिर के संचालक स्वामी निर्मलानंद महाराज को राखी बांधी। इस अवसर पर पूज्य आचार्य के विग्रहों तथा वर्तमान गादीपति व परमाध्यक्ष आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी सत्यानंद महाराज को रक्षासूत्र अर्पित कर आशीर्वाद की कामना की गई। इस अवसर पर भजन एवं रामायण मंडल के कार्यकर्ताओं ने सहयोग प्रदान किया। भजन-संकीर्तन के बाद सामूहिक आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।

Created On :   1 Sept 2023 5:33 PM IST

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