Nagpur News: वामपंथी विचारधारा भारत की सांस्कृतिक नींव के लिए गंभीर खतरा - सुधांशु त्रिवेदी
- भारतीय मूल्यों पर "सांस्कृतिक मार्क्सवाद" के हमले को रोकना जरूरी
- भारत की सांस्कृतिक नींव के लिए गंभीर खतरा
Nagpur News. राजधानी के न्यू महाराष्ट्र सदन में आयोजित एक पुस्तक विमोचन समारोह में, 'वामपंथी' विचारधारा की तुलना उन "दीमकों" से की गई, जो भारतीय संस्कृति और समाज को खोखला कर रहे हैं। अभिजीत जोग द्वारा लिखित पुस्तकों के विमोचन समारोह में भाजपा के राज्य सभा सदस्य डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने वामपंथी विचारधारा के ऐतिहासिक और समकालीन प्रभाव का विश्लेषण करते हुए कहा कि यह विचारधारा, अक्सर उदारवाद और प्रगतिवाद के छद्म रूप में प्रस्तुत की जाती है, लेकिन इसने विभिन्न समाजों को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाया है और अब भारत की सांस्कृतिक नींव के लिए एक गंभीर खतरा पैदा करती है।
भारतीय मूल्यों पर "सांस्कृतिक मार्क्सवाद" के हमले को रोकना जरूरी
माय होम इंडिया के संस्थापक सुनील देवधर ने कहा, "यह समारोह केवल एक पुस्तक विमोचन नहीं है; यह एक वैचारिक युद्ध में एक निर्णायक मोर्चा है।" उन्होंने "सांस्कृतिक मार्क्सवाद" द्वारा भारतीय परंपराओं और मूल्यों पर किए जा रहे हमले का मुकाबला करने की तात्कालिकता पर जोर दिया।" सुरुचि प्रकाशन के अध्यक्ष राजीव टुली ने कहा कि वामपंथी कहते हैं कि सत्ता में चाहे कोई भी हो, प्रणाली उनके नियंत्रण में है। वरिष्ठ पत्रकार हितेश शंकर ने कहा कि जहां भी यह विचारधारा फैली है, उसने मेजबान देश को दीमक की तरह खा लिया है।
Created On :   18 May 2025 7:18 PM IST