ट्रेन से चेन्नई के लिए निकले बाप्पा , नागपुर से 14 मूर्तियां भेजी गई

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ट्रेन से चेन्नई के लिए निकले बाप्पा , नागपुर से 14 मूर्तियां भेजी गई
ट्रेन से चेन्नई के लिए निकले बाप्पा , नागपुर से 14 मूर्तियां भेजी गई

डिजिटल डेस्क,नागपुर। तीन दिन बाद शुरू होने वाले गणेशोत्सव की व्यापक तैयारी चल रही है।  चेन्नई में विराजमान होने के लिए बाप्पा रेलवे से जा रहे हैं। नागपुर रेलवे स्टेशन से अब तक 14 मूर्तियों को चैन्नई भेजा गया है। इसके अलावा 4 मूर्तियों को शालीमार भेजने के लिए बुक किया गया है। जिसे 30 अगस्त को रवाना किया जा रहा है।  नागपुर में बननेवाली नक्काशीदार मूर्तियों को बाहरी राज्य में भी पसंद किया जाता है। जिसके चलते यहां से अब मूर्तियों को रेलवे के पार्सल विभाग द्वारा मंगाया जा रहा है।

बता दें कि नागपुर शहर के चितारओली बाजार में गणेशजी, दुर्गा देवी से लेकर हर तरह की मूर्तियां बनाई जाती है। यहां के उम्दा कारीगरों द्वारा तैयार किये गये नक्काशीदार मूर्तियों की मांग राज्यभर में पहले से होती आ रही है। अगले महीने 2 सितंबर को गणेशजी विराजमान होनेवाले हैं। ऐसे में चितारओली बाजार में छोटी-छोटी मूर्तियों से लेकर बड़ी मूर्तियों का निर्माण किया गया है। जिन्हें खरीदने के लिए रोजाना लोगों की भीड़ लग रही है। महाराष्ट्र राज्य से ही नहीं बल्कि बाहरी राज्यों से भी गणेश मूर्तियों को मंगाया जा रहा है। गत 8 दिनों में नागपुर रेलवे स्टेशन से 14 मूर्तियों को भेजा गया है। जिसमें छोटी-छोटी मूर्तियों के साथ बड़ी मूर्तियां भी शामिल हैं।

30 अगस्त के लिए और 4 मूर्तियां भी बुक हो गई है जिसे शालीमार भेजा जा रहा  है। रेलवे गाड़ियों के पार्सल बोगियों में इन मूर्तियों को पैक कर भेजा जाता है। पहले प्लास्टिक लगाने के बाद इसे पूरी तरह से रैप किया जाता है। ताकि मूर्ति सफर के दौरान टूटे न, इसके बाद उस दिशा में जानेवाली जिस गाड़ी में जगह मिले, उसमें मूर्ति को भेजा जाता है। गत कुछ समय पहले से नागपुर से रेलवे से गणेश मूर्तियां विभिन्न जगहों पर भेजी जा रही है। लेकिन यह पहला साल है, जब इतने बड़े पैमाने में  गणेशजी रेलवे से भेजे गये हैं। 2 सितंबर तक और भी मूर्तियां जाने की उम्मीद की जा सकती है।

बुकिंग कर भेजनेवाले अलग होते हैं 

चेन्नई, शालीमार में गणेश स्थापना करनेवाले सीधे नागपुर आकर गणेश मूर्तियां नहीं लेकर जाते हैं। बल्कि मूर्तियों को उनके लिए पहुंचाने के लिए एजेंट का सहारा लेते हैं। चितारओली में एजेंट के माध्यम से मूर्तियां बुक कर उसे रेलवे से गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। बाजार से मूर्तियां स्टेशन पर लाकर यहां पार्सल कार्यालय में इसकी पहले बुकिंग कराई जाती है। इसके बाद जिस ट्रेन में जगह मिली, उस गाड़ी तक पार्सल से प्लेटफार्म तक कुली ट्राली से इसे पहुंचाया जाता है।

विसर्जन के लिए भी भेजी जाती है, मुंबई  

गणेश स्थापना से लेकर विर्सजन के लिए बप्पा को रेल सफर करना पड़ता है। जिस तरह नागपुर से चैन्नई, शालीमार आदि दिशा में गणेश मूर्तियां लेकर जाते हैं। ठीक उसी तरह यहां विराजमान हुए गणेश मूर्तियों को मुंबई में विर्सजन के लिए भेजा जाता है। जिसकी बुकिंग पहले से ही कराई जाती है। नागपुर से प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में मुंबई में मूर्तियों को विर्सर्जित करने के लिए भेजा जाता है।
 

Created On :   30 Aug 2019 9:37 AM GMT

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