हड़ताल से गोंदिया डिपो को 2 करोड़ का घाटा

2 crore loss to Gondia depot due to strike
हड़ताल से गोंदिया डिपो को 2 करोड़ का घाटा
गोंदिया हड़ताल से गोंदिया डिपो को 2 करोड़ का घाटा

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम को शासकीय सेवा में शामिल किया जाए। इस मुख्य मांग को लेकर गोंदिया एसटी डिपो के कर्मचारियों ने 31 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल से यात्री तो परेशान ही है, लेकिन सबसे अधिक नुकसान रापनि विभाग को पहुंच रहा है। बताया जा रहा है कि इस 22 दिन की हड़ताल से गोंदिया एसटी डिपो को लगभग 2 करोड़ 20 लाख रूपए का घाटा उठाना पड़ा है। आगे भी हड़ताल शुरू रही तो भारी नुकसान गोंदिया एसटी डिपो को होगा। बता दें कि उपरोक्त मुख्य मांग को  लेकर राज्य सहित गोंदिया एसटी डिपो के 270 कर्मचारी इस हड़ताल में हिस्सा लेकर एसटी डिपो के गेट के सामने ही 31 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। जिस कारण गोंदिया एसटी डिपो की बसेस पुरी तरह से बंद है। इस संदर्भ में एसटी डिपो प्रबंधक संजना पटले द्वारा जानकारी दी गई कि डिपो से प्रतिदिन 75 एसटी बसों की 235 बस फेरियां होती है। प्रतिदिन लगभग 12 से 15 हजार यात्री बस से यात्रा करते है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि गोंदिया एसटी डिपो को यात्री िटकीट के माध्यम से लगभग प्रतिदिन 10 लाख रूपए की अाय प्राप्त होती है। लेकिन गत 22 दिनांे से हड़ताल शुरू होने के कारण एसटी डिपो को भारी नुकसान सहन करना पड़ रहा है। उपरोक्त जानकारी के अनुसार अनुमान लगाया जा रहा है कि 22 दिन की हड़ताल से गोंदिया एसटी डिपो को 2 कराेड़ 20 लाख रूपए का घाटा पहुंचा है। साथ ही यात्रियों को यात्रा करने में असुविधा हो रही है।

एसटी कर्मचारियों पर लगातार निलंबन की कार्रवाई करने के पश्चात भी हड़ताल समाप्त नही हुई। कर्मचारियों ने हडताल का रूख तेज करते हुए मुंडन आंदोलन भी किया। लेकिन विभाग भी पिछे हटने को तैयार नही है। शनिवार को 12 कर्मचारियों को नोटीस दिया गया। कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई भी हुई। लेकिन हड़ताल खत्म नही हो रही है। 

Created On :   22 Nov 2021 1:07 PM GMT

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