नागपुर जिले में 6890 नए मरीज
उपराजधानी नागपुर सहित जिले में 26,080 लोगों की टेस्टिंग की गई। 6890 नए मरीज सामने आए। साथ ही 91 मरीजों की मौत हो गई। जिसमें ग्रामीण इलाके के 2005, शहरी इलाके के 4878 और बाहरी जिलों के 7 मरीज शामिल हैं। कुल 5504 लोग ठीक होकर घर लौटे हैं।
विदर्भ के 7 जिलों में 138 ने गंवाई जान
विदर्भ के सातों जिलों में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को कुल 138 लोग कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। अमरावती में 11, यवतमाल में 29, वर्धा में 16, चंद्रपुर में 16, गड़चिरोली में 15, गोंदिया में 21 तथा भंडारा में 30 लोगों ने कोरोना से जूझते हुए दम तोड़ दिया। सर्वाधिक मौतें भंडारा जिले में दर्ज की गईं। संक्रमितों की संख्या में भी कहीं भी कमी नहीं आ रही है। अमरावती जिले में पिछले कुछ दिनों से संक्रमितों की संख्या में कमी आने लगी थी लेकिन मंगलवार को फिर से यहां 700 मरीज पाए जाने के बाद प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। 45 दिन बाद फिर से यहां 700 लोग संक्रमित पाए गए। यवतमाल में भी 850 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वर्धा जिले में 730, चंद्रपुर जिले में 1425, गड़चिरोली जिले में 615, गोंदिया जिले में 924 तथा गोंदिया जिले में 866 नए मरीज पाए गए हैं।
बेड न मिलने से मरीज ने एम्बुलेंस में तोड़ा दम
यवतमाल के जिला सरकारी अस्पताल के सामने एम्बुलेंस में बेड मिलने का इंतजार करते-करते कोरोना संक्रमित मरीज की जान गई। घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है। दारव्हा से बबन गुल्हाने नामक मरीज को लाया गया था। एम्बुलेंस में परिजन बेड खाली होने का इंतजार कर रहे थे। लगभग डेढ़ घंटे बाद मरीज ने एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया।
अमरावती में निजी वाहन के लिए नहीं मिलेगा पेट्रोल
बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानें सुबह 7 से 11 बजे तक ही खुली रखने के आदेश दिए हैं। फलस्वरूप हर जिले में सुबह 7 से 11 बजे तक ही आवश्यक सामग्री की दुकानें खुली रहेंगी। अमरावती में जिलाधीश ने विशेष रूप से किसी भी निजी वाहन को पेट्रोल न देने के आदेश जारी किए हैं। चार घंटे की अवधि में जीवनावश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही पेट्रोल देने का निर्णय किया गया है।