महाराष्ट्र सियासत: उद्धव-राज ठाकरे के एकसाथ आने पर CM देवेंद्र फडणवीस का तंज, कहा - 'ये आपस में झगड़कर अलग हुए थे, उनके तो...'

- महाराष्ट्र में ठाकरे ब्रदर्स को लेकर सियासत तेज
- ठाकरे ब्रदर्स के साथ आने पर आई सीएम फडणवीस की प्रतिक्रिया
- सीएम फडणवीस ने उद्धव-राज ठाकरे पर कसा तंज
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के 20 साल के बाद एक मंच पर साथ आने से सियासी हलचल तेज हो गई है। मुंबई में शनिवार को आयोजित विजय रैली में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे शामिल हुए। इस दौरान रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि जो काम बाला साहेब ठाकरे नहीं कर सके वो काम देवेंद्र फडणवीस ने कर दिया, हमें साथ ला दिया। उनके इस बयान पर सोलापुर में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि मैं राज ठाकरे का आभार मानता हूं कि उन्होंने ये सारा श्रेय मुझे दिया है। हम जोड़ने वाले हैं, तोड़ने वाले नहीं, ये उनके ध्यान में आया होगा। निश्चित रूप से स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे का आशीर्वाद भी मुझे ही मिला होगा। क्योंकि अगर मेरे कारण ये दोनों भाई साथ में आए, मैंने तो इनको अलग नहीं किया था।
देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, "ये आपस में झगड़कर अलग हुए थे। उनको (राज ठाकरे) बाहर तो उन्होंने (उद्धव ठाकरे) ने निकाला था। इसलिए अगर ऐसा हुआ है तो अच्छी बात है। लेकिन मैं ये कहना चाहता हूं कि आज का कार्यक्रम मुझे लगा था कि विजय उत्सव होगा लेकिन ये तो रूदाली का रोना था। इसमें विजय उत्सव तो कहीं देखने को ही नहीं मिला। मेरी सरकार गई, मुझे सरकार दीजिए, मुझे बीएमसी दीजिए, मुझे महाराष्ट्र दीजिए, इस प्रकार का रोना धोना केवल वहां पर हुआ। मराठी के बारे में कोई बात नहीं हुई। इनको मराठी की कोई आस्था नहीं, मराठी आदमी से कोई लेना देना नहीं।" दरअसल, बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मराठी को लेकर रैली में कुछ नहीं कहा जबकि इस मुद्दे पर राज ठाकरे ने अपनी बात रखी।
हमने पीएम मोदी के नेतृत्व बदली मुंबई की सूरत - सीएम फडणवीस
सीएम फडणवीस ने आगे कहा, "मुंबई नगर निगम 25 साल तक उनके नियंत्रण में था। फिर भी, उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसे दिखाया जा सके। हमने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुंबई की सूरत बदल दी। वे मुंबई के लिए हमारे द्वारा किए गए काम से ईर्ष्या करते हैं, लेकिन जनता सब जानती है, और हर कोई हमारे पक्ष में है। हम मराठी हैं, हमें मराठी होने पर गर्व है, हमें मराठी भाषा पर गर्व है, लेकिन साथ ही, हम हिंदू भी हैं, हमारा हिंदुत्व सभी को साथ लेकर चलता है।"
Created On :   5 July 2025 10:19 PM IST