नवोदय बैंक में 38 करोड़ का घोटाला: चार और आरोपी गिरफ्तार

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नवोदय बैंक में 38 करोड़ का घोटाला: चार और आरोपी गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक के बाद एक घोटाले की कड़ी में नवोदय बैंक का नाम भी जुड़ गया  है। नवोदय बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले में महिला समेत और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को अदालत में पेश कर उन्हें पांच दिन के पीसीआर में लिया गया है। प्रकरण में लिप्त अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी है। अपराध शाखा के आर्थिक विभाग ने मनमोहन तिलकराज हिंगल (63), उनका पुत्र शिवम मनमोहन हिंगल (29) दोनों रामदासपेठ निवासी, नीति अमित पाटकर (38) मनीष नगर, अनंत रामचंद्र दक्षिणदास (64) धरमपेठ निवासी को गिरफ्तार किया है।

पांच दिन का पीसीआर

पूर्व विधायक अशोक धवड़ की अध्यक्षता वाली नवोदय अर्बन को-ऑप. बैंक विवादों से घिरी है। 38 करोड़ 75 लाख रुपए का बैंक में घोटाला हुआ है। इसके लिए बैंक का संचालक मंडल भी जिम्मेदार है, जिन्होंने नियमों को ताक पर रखकर अपने करीबियों को करोड़ों रुपए का कर्जा दिया है। बेसा शाखा में कार्यरत रही प्रबंधक नीति पाटकर ने तीन दिन के भीतर बगैर किसी दस्तावेजों की जांच-पड़ताल के 2 करोड़ रुपए कर्ज मंजूर किया था। नीति पर लगे इस आरोपों से वह भी घोटाले की चपेट में आ गई है। शुक्रवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें पांच दिन के पीसीआर में भेज दिया गया है। उपायुक्त श्वेता खेडकर ने बताया कि बैंक के अध्यक्ष अशोक धवड़ समेत पूरे संचालक मंडल को आरोपी बनाया गया है। इन लोगों ने अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपए का कर्ज खैरात की तरह बांटा है। इस कर्ज की वापसी के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। इस कारण बैंक डूब गया।

कमीशन के चक्कर में हुआ घोटाला

बैंंक में घोटाला होने की मुख्य वजह कमीशन है। करोड़ों रुपए कर्ज देने पर मंजूर करने वाले को इसमें लाखों रुपए का कमीनश मिलता रहा है। इसी लालच में प्रकरण में लिप्त आरोपियों ने बैंक की नैया डुबो दी है। शेष फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है। जांच जारी है।

Created On :   22 Jun 2019 8:07 AM GMT

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