विदर्भ में किसान आत्महत्या रोकने 50% सिंचाई क्षमता जरूरी 

50% irrigation capacity necessary to prevent farmer suicide in Vidarbha
विदर्भ में किसान आत्महत्या रोकने 50% सिंचाई क्षमता जरूरी 
विदर्भ में किसान आत्महत्या रोकने 50% सिंचाई क्षमता जरूरी 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। क्षेत्र विकास के लिए विविध अड़चनों व क्षमता के अध्ययन पर जोर देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा है कि कृषि विकास के लिए सिंचाई व्यवस्था में सुधार आवश्यक है। विदर्भ की स्थिति पर उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या रोकने के लिए यहां 50 प्रतिशत सिंचाई क्षमता जरूरी है। खासकर पश्चिम विदर्भ में सिंचाई से कृषि क्षेत्र की तस्वीर बदली जा सकती है। पश्चिम विदर्भ विकास परिषद के पदाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस से संवाद में गडकरी बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विकास में कृषि व उद्योग का महत्व अधिक है। वर्तमान में कृषि व ग्रामीण क्षेत्र का जीडीपी में योगदान कम है। इससे रोजगार व प्रति व्यक्ति  आय नहीं बढ़ रही है। वाटर, पावर, ट्रांसपोर्ट व कम्युनिकेशन का काफी महत्व है। 

गडकरी ने कहा कि सिंचाई के मामले में हम पीछे हैं। केंद्र ने राज्य को सिंचाई के लिए 40 हजार करोड़ दिए हैं। 60 हजार करोड़ के नदी जोड़ प्रकल्प भी है, लेकिन किसानों को 12 घंटे पानी मिले बिना उनकी आय में बढ़ोतरी नहीं हो सकती है।

घुमरे को श्रद्धांजलि

वरिष्ठ पत्रकार मामासाहेब घुमरे को केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने श्रद्धांजलि दी। गडकरी ने कहा है कि मामासाहेब का व्यक्तित्व व संपादन सकारात्मक था। उनके लेखन में संवेदनशीलता थी। वे महात्मा गांधी व िवनोबा भावे के व्यक्तित्व के अध्ययनकर्ता थे। 

 

Created On :   13 Sep 2020 11:39 AM GMT

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