65 हजार की मांगी रिश्वत, मामला दर्ज होते ही प्लानिंग असिस्टेंट फरार

डिजिटल डेस्क, वर्धा . नगर रचनाकार कार्यालय के सहायक नगर रचनाकार (प्लानिंग असिस्टंट) कुणाल मोरेशिया के खिलाफ नक्शा मंजूरी के लिए 65 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में शुक्रवार को जाल बिछाया गया। लेकिन कार्रवाई की भनक लगते ही आरोपी फरार हाे गया। एसीबी के दल ने धारा 7 भ्रष्टाचार प्रतिबंध अधिनियम 1988 (सुधार अधिनियम वर्ष 2018) के तहत 1 जुलाई की रात 1 बजे वर्धा थाने में मामला दर्ज किया। शनिवार को दिनभर एसीबी का दल आरोपी की तलाश में जुटा था। सेवाग्राम के 6 रो-हाउस के हुए निर्माणकार्य के 30 हजार रुपए तथा बरबड़ी के संस्कार स्कूल का निर्माणकार्य नक्शा मंजूरी के लिए 35 हजार रुपए ऐसे कुल 65 हजार रुपए की फरियादी से मांग की गई थी। मात्र फरियादी ने 40 हजार रुपए देने का कबूल किया। इस पर सहायक नगर रचनाकर ने 40 हजार रुपए स्वीकारने की तैयारी दर्शायी। मात्र फरियादी को पैसे देने की इच्छा नहीं रहने से उसने इसकी शिकायत एसीबी से की थी। इस प्रकरण में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने जांच करने पर सहायक नगर रचनाकार ने रिश्वत मांगने का पाया गया। दौरान शुक्रवार को विभाग के दल ने जाल बिछाकर सहायक नगर रचनाकार कुणाल मोरेशिया गिरफ्तारी की कोशिश की गई मगर आरोपी को भनक लगते ही आरोपी फरार हो गया। इस प्रकरण में वर्धा शहर पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया।उक्त कार्रवाई भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के पुलिस अधीक्षक राकेश ओला, अपर पुलिस अधीक्षक मधुकर गिते तथा सचिन मत्ते के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक डी.सी. खंडेराव, पुलिस निरीक्षक संदीप थडवे, सहायक फौजदार रविंद्र बावणेर, संतोष बावणकले, सागर भोसले, अपर्णा गिरजापुरे, कैलास वालदे, प्रदीप काचनकर, प्रशांत मानमोडे, प्रीतम इंगले, मनीष मसराम, नीलेश महाजन आदि ने की।
आरोपी के दो घरों की ली गयी तलाशी
भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के दल ने नागपुर के रामटेक स्थित जयप्रकाश वार्ड के आरोपी कणाल मोरेशिया के निवास की तलाशी ली। इसके अलावा आरोपी वर्धा के किराए के मकान में रहता था। वहां भी जाकर जांच-पड़ताल की गई लेकिन आरोपी नहीं मिला। एसीबी का दल आरोपी को सरगर्मी से तलाश कर रहा है।
Created On :   3 July 2022 3:25 PM IST