7 साल पहले कोलकाता के कारोबारी ने लक्ष्मी नगर के होटल में रची थी साजिश

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर के सराफा व्यापारी आशुतोष मूंदड़ा से करोड 31 लाख 50 हजार रुपए की ठगी के मामले की जांच सोमवार को क्राइम ब्रांच की आर्थिक विंग के पुलिस निरीक्षक रवींद्र नाइकवाड़ को सौंप दी गई। नाइकवाड के अनुसार आरोपियों में गोपाल बंका, राघव बंका, राहुल बंका, राजकिशोर बंका, अनिलकुमार बंका और योगेशकुमार बंका का नाम शामिल है। इसमें किसकी क्या भूमिका है, इसकी छानबीन शुरू कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार मूंदड़ा के साथ ठगी करने की साजिश करीब 7 साल पहले वर्ष 2016 में गोपाल बंका ने लक्ष्मी नगर के एक होटल में रची थी। धीरे-धीरे विश्वास जीतकर उसने मूंदड़ा को किफायती दाम पर सोना दिलाने का झांसा देकर विश्वासघात किया और 4.31 करोड़ रुपए की चपत लगा दी। मूंदड़ा को इस मामले में न्यायालय में गुहार लगानी पड़ी, तब बजाज नगर पुलिस ने धारा 420, 403, 406, 409, 417, 120 बी, 34 के तहत मामला दर्ज किया औरआरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया है।
व्यापारी को उनके पिता के मार्फत किया था फोन : पुलिस सूत्रों के अनुसार ओम मेंशन तीसरी मंजिल, रामदासपेठ निवासी आशुतोष मूंदड़ा (38) ने पुलिस को बताया कि वे मे. अंकिता इंटरप्राइजेस, मे. राधादेवी नारायणदास होल्डिंग नामक फर्म के नाम से सराफा व्यापार व मे. नारायणदास ट्रंासपोर्ट का भी कारोबार करते हैं। अक्टूबर 2016 में मे. जी.के. ट्रैक्सिम प्रा. लि. कंपनी व मे. बंका बुलियंस प्रा. लि. नामक कंपनी के संचालक गोपाल बंका, कोलकाता पश्चिम बंगाल निवासी ने उनके पिता नटवर मूंदड़ा (62) के मार्फत मोबाइल पर बात की। नागपुर आने के बाद होटल में बैठक में गोपाल बंका ने बताया कि उसकी दोनों कंपनियां सराफा का बड़ा कारोबार करती हैं। इस कंपनी में उक्त आरोपी भी संचालक मंडल में हैं। उसकी कंपनियों से सोना खरीदने पर बड़ा मुनाफा होने का झांसा गोपाल बंका ने दिया था। इसके लिए एडवांस पेमेंट करने की बात की।
माल भेजा नहीं, केवल कुरियर से रसीदें भेजीं :आरोपी गोपाल बंका ने लालच दिया था कि, उसकी कंपनी से ज्यादा सोना खरीदने पर सस्ते दाम पर मिलेगा और कंपनी डिलीवरी नागपुर में लाकर देगी। उसने मूंदड़ा को कई बड़ा सराफा व्यापारियों के नाम गिनाते हुए बताया था कि, वे लोग भी उसकी कंपनी से सोना सस्ते दाम पर लेते हैं। 12 नवंबर से 2 फरवरी 2016 के बीच करीब 4 करोड़ रुपए दो बैंकों के मार्फत दिए गए। आरोपी ने सोने की पाटियां भेजने की बात की थी, लेकिन नहीं भेजी। कुरियर से बस रसीदें भेजीं। तब मूंदड़ा को समझ आ गया कि, ठगी हो गई है। मूंदड़ा ने आरोपियों की अलग-अलग कंपनियों के खाते में रकम जमा कराई थी।
कब कितनी रकम आरोपियों के
बैंक खाते में भेजी
22 नवंबर 2016 - 45 लाख रुपए
22 नवंबर 2016 - 5 लाख रुपए
23 नवंबर 2016 - 20 लाख रुपए
24 नवंबर 2016 - 42 लाख रुपए
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कुल रकम : 1 करोड़ 12 लाख रुपए
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25 नवंबर 2016 - 23 लाख रुपए
28 नवंबर 2016 - 61 लाख रुपए
29 नवंबर 2016 - 46.50 लाख रुपए
2 फरवरी 2016 - 29 लाख रुपए
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कुल रकम : 1 करोड़ 59 लाख रुपए
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वह रकम जो आरोपियों को
आरटीजीएस की गई
12 नवंबर 2016 - 45 लाख रुपए
18 नवंबर 2016 - 40 लाख रुपए
19 नवंबर 2016 - 15 लाख रुपए
21 नवंबर 2016 - 60 लाख रुपए
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कुल रकम : 1 करोड़ 60 लाख रुपए
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Created On :   14 Feb 2023 8:06 PM IST