कोरोना में पेरोल पर छोड़े गए 900 कैदी नहीं लौटे जेल, दर्ज हो रही एफआईआर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण के दौरान जेलों में भीड़भाड़ कम करने के लिए राज्य की जेलों से चार हजार से ज्यादा कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था लेकिन करीब 900 कैदी हैं जो समयसीमा खत्म हो जाने के बाद भी वापस जेल में नहीं लौटे। कई कैदी हत्या, हत्या की कोशिश जैसे गंभीर अपराधों में दोषी करार दिए गए हैं। इससे जेल प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है और इन कैदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। पैरोल पर छूटने के बाद फरार हुए कैदियों के खिलाफ जेल विभाग अब तक 86 एफआईआर दर्ज करा चुका है। जेल विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक राज्य की 46 जेलों से कोरोना संक्रमण के दौरान भीड़ कम करने के लिए 4241 कैदियों को आकस्मिक पैरोल पर रिहा किया गया था। लेकिन कई बार समय दिए जाने के बाद भी इनमें से 892 कैदी अब तक जेलों में नहीं लौटे हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण से जुड़ी सभी पाबंदियां खत्म होने के बाद गृहविभाग ने 4 मई को एक आदेश जारी कर अस्थायी पैरोल पर रिहा हुए सभी कैदियों को जेल में वापस लौटने को कहा था। जेल में वापस आए 3340 कैदी गृह विभाग ने वापस न लौटने वाले कैदियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 224 के तहत एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए थे। कारागार विभाग ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि जेल से पैरोल पर रिहा किए गए 3340 कैदी तय समय पर वापस आ गए हैं। जो कैदी वापस नहीं लौटे उनके घरों के नजदीक पुलिस स्टेशनों को इसकी सूचना दी गई। जेल विभाग के अधिकारी के मुताबिक अगर पुलिस भी इन कैदियों से संपर्क करने में कामयाब नहीं होती तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जाती है। अधिकारी के मुताबिक पैरोल के दौरान इन कैदियों को नियमित तौर पर नजदीकी पुलिस स्टेशन में हाजिरी लगानी होती है इसलिए ऐसी संभावना नहीं है कि उन्हें पैरोल खत्म करने के सरकार के आदेश की जानकारी न हो।
Created On :   6 July 2022 8:49 PM IST