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ट्रैफिक सिपाही बनकर वसूलता था पैसे, पुलिस ने दबोचा , पास मिला पुलिस मित्र का कार्ड

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुलिस की वर्दी पहनकर वाहन चालकों से अवैध वसूली करने वाले एक नकली पुलिस सिपाही को लकडगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम दिलीप उद्धव टापरे (32) गाडगेबाबा नगर रमना मारोति नंदनवन निवासी है। आरोपी के पास से पुलिस पहचान पत्र के अलावा पुलिस मित्र का कार्ड भी मिला है। वह पुलिस मित्र के नाम पर अवैध वसूली करता था। इसके पहले भी शहर में कुछ पुलिस मित्रों ने पुलिस मित्र का कार्ड मिलने का फायदा उठा चुके हैं। कुछ वर्ष पहले एक पुलिस मित्र को डकैतों के गिरोह के साथ पकड़ा गया था। आरोपी दिलीप नकली पुलिस बनकर शहर में करीब ढाई साल से नागरिकों से वाहन जांच के नाम पर उनसे अवैध वसूली का काम कर रहा था। मजे की बात यह है कि पुलिस की वर्दी पहनकर अकेले वसूली करने वाले इस आरोपी को शहर की पुलिस को भनक तक नहीं लग पा रही थी। इस बार भी वह नागरिकों की सूचना के आधार पर पकड़ा गया।
जब शहर की पुलिस दोपहर के समय सड़क पर मौजूद नहीं रहती थी, तब दिलीप टापरे यह काम करता था। कई बार उसे अकेले देखकर नागरिकों को उस पर शक होता था लेकिन पुलिस के पचड़े में पड़ने के बजाय नागरिक वहां से चुपचाप निकलने में बेहतरी समझते थे। आरोपी दिलीप टापरे को बुधवार को गंगा जमुना बस्ती के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद दिलीप ने पुलिस अधिकारियों- कर्मचारियों पर धौंस जमाने की कोशिश की, लेकिन जब उसे समझ में आया कि उसकी धमकी से कुछ नहीं होने वाला है तब वह पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगा और अपनी पत्नी और बेटी का वास्ता देकर छोड़ने की गुजारिश करने लगा। पुलिस ने आरोपी दिलीप टापरे के खिलाफ धारा 170,171 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार लकडगंज पुलिस को गत 26 जून की शाम करीब 4 बजे गुप्त सूचना मिली कि एक अकेला व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहनकर वाहन चालकों से अवैध वसूली कर रहा है। नागरिकों ने उसके नकली पुलिस होने की शंका जाहिर की। यह जानकारी पुलिस नियंत्रण कक्ष से लकडगंज पुलिस को दी गई। लकडगंज थाने के सहायक पुलिस उपनिरीक्षक वसंता कृष्णराव कणकदले सहयोगियों के साथ साधे वेश में वहां पहुंचे। लकडगंज पुलिस ने कुछ देर तक आरोपी दिलीप टापरे की गतिविधियों पर नजर रखा। लकडगंज पुलिस को जब दिलीप टापरे पर पूरा यकीन हो गया कि वह पुलिस की वर्दी पहनकर नागरिकों को बेवजह परेशान कर उनसे अवैध वसूली कर रहा है, तब सहायक पुलिस उपनिरीक्षक वसंता ने उसके पास जाकर उससे पहचान पत्र मांगा। मजे की बात यह कि उसने वसंता को अपना पहचान पत्र दिया। तब वसंता ने उससे पोस्टिंग के बारे में पूछताछ की तो वह घबरा गया। उसे वसंता ने बताया कि वह लकडगंज थाने में कार्यरत है। वसंता ने उसके पुलिस पहचान पत्र की जांच की तो पता चला कि वह नागपुर ग्रामीण पुलिस के नाम का पहचान पत्र था। उसने यह पहचान पत्र नकली बनाया था। उसका पहचान पत्र देखते ही वसंता को समझ में आ गया था कि वह नकली है। तभी वसंता ने उसे हिरासत में ले लिया। वसंता द्वारा हिरासत में लिए जाने पर दिलीप टापरे ने उन पर रौब जमाने की कोशिश की। उसने वसंता से कहा कि उसके (दिलीप) रिश्तेदार भी पुलिस विभाग में हैं। उसने कुछ लोगों से बातचीत कराने की कोशिश की, लेकिन लकडगंल पुलिस ने किसी से भी कोई बात नहीं किया।
आरोपी दिलीप टापरे बेखौफ होकर पुलिस सिपाही की वर्दी पहने हुए लकडगंज थानांतर्गत गंगा जमुना सीमेंट रोड बालाजी मंदिर के पास लांबट के ट्रांसपोर्ट कार्यालय के सामने खड़ा था। वह आने जाने वाले वाहन चालकों को रोक रहा था। उसे अकेले देखकर नागरिकों को उस पर शक हुआ। वह हर किसी वाहन चालक को रोकने की कोशिश करता था। उसकी इस तरह की हरकत देखकर किसी को उसके नकली पुलिस होने का अंदेशा हुआ। इस बीच किसी नागरिक ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन कर दिया। तत्पश्चात लकडगंज थाने के अधिकारी वसंता सहयोगियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। वसंता और सहयोगियों ने पहले उसकी गतिविधियों को गौर से देखा उसके बाद उसके पास पहुंचकर पूछताछ शुरू की। पुलिस को उसकी सच्चाई पता चलने पर लकडगंज पुलिस ने उसे दबोच लिया। आरोपी दिलीप टापरे से दोपहिया वाहन क्रमांक एमएच- डी डब्ल्यू – 2611, उसके नाम पर नागपुर ग्रामीण पुलिस का पहचान पत्र, नकदी 2600 रूपए व एक मोबाईल फोन सहित 28,100 रूपए का माल जब्त किया है। लकडगंज थाने के सहायक पुलिस उपनिरीक्षक वसंता कृष्णराव कणकदले की शिकायत पर लकडगंज थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक बांदेकर ने आरोपी दिलीप टापरे के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ़्तार किया है।
रिश्तेदारों में भी पुलिस की धौंस दिखाता था
सूत्रों के अनुसार आरोपी दिलीप टापरे ने अपने रिश्तेदारों को भी यह बता रखा था कि वह पुलिस विभाग में है। उसके पास से चंद्रपुर जिले से जुडे कुछ दस्तावेज मिले हैं, जो उसके पुलिस होने की गवाही दे रहे थे, इसकी जांच करने पर वह बात भी झूठी निकली। आरोपी दिलीप के बारे में जब पुलिस को जानकारी मिली तब पुलिस ने उसे धरदबोचा। वह पुलिस मित्र था या नहीं इस बारे में भी छानबीन शुरू की गई है। दिलीप टापरे का पुराना रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। उसके पास मिले अन्य दस्तावेजों की जांच पड़ताल शुरू की गई है।
अकेले ही खड़ा रहता था
शहर में जब भी पुलिस कोई विशेष अभियान चलाती है तब कई अधिकारी- कर्मचारी एक साथ कार्रवाई करते नजर आते हैं, लेकिन आरोपी दिलीप टापरे अकेले ही पुलिस की खाकी वर्दी पहनकर वाहन चालकों से वसूली करता था। उसके रोजाना दोपहर के बाद इस जगह पर अकेले खडे रहकर वाहन चालकों को रोककर उनसे अवैध वसूली करने पर आस-पास के नागरिकों को उस पर शक होने लगा था, जिसके चलते पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचना दी गई और नकली पुलिस बनकर लूटखसोट करने वाले दिलीप टापरे पुलिस पकड़ में आ गया।
नागपुर ग्रामीण पुलिस का कार्ड मिला
आरोपी दिलीप टापरे के पास से नागपुर ग्रामीण पुलिस के नाम का पहचान पत्र मिला है। वह कब से शहर में यह काम कर रहा था। इस बारे में पूछताछ की जा रही है। उसके बारे में जानकारी मिलते ही उसे गिरफ्तार किया गया है।
राहुल माकणीकर , उपायुक्त, पुलिस परिमंडल क्रमांक 3 नागपुर शहर
Created On :   27 Jun 2019 3:43 PM IST