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होटल का रसोईया कट्टा तस्करी में धराया, सोशल मीडिया की मदद से पकड़ाया अपराधी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। होटल का रसोईया देशी कट्टा तस्करी में लिप्त पाया गया है। शुक्रवार को बजाज नगर पुलिस ने उसे जाल बिछाकर दबोच लिया है। अदालत में पेश कर उसे पीसीआर में लिया गया है। आरोपी करन सुरेश इवनाते 23 वर्ष मुलत मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिला अंतर्गत जुनापानी का निवासी है। वर्तमान में वह नागपुर में निवासरत है और हिंगणा टी-प्वाइंट स्थित होटल फ्यूल हेडक्वार्टर नामक होटल में बतौर रसोईया है। शुक्रवार की सुबह संबंधित थाने के दस्ते को खबर मिली थी, उक्त होटल के बाहर करन नामक युवक खड़ा है। उसके पास देशी कट्टा है। इसे बेचने के लिए ही वह ग्राहक की तलाश में खड़ा है। इसकी गंभीरता से पुलिस ने जाल बिछाया। इस बीच पुलिस को देखते ही करन ने वहा से भागने का प्रयास किया। भागने से पुलिस का संदेह पुख्ता हो गया कि उन्हें इसी के बारे में सूचना दी गई होंगी,लिहाजा पीछा कर उसे दबोच लिया गया। शुरुआत में पुछताछ के दौरान वह टालमटोल जवाब देने लगा था। जिसके चलते पुलिस को सक्ती बरतनी पड़ी। सक्ती बरतते ही करन बोल पड़ा। उसने पुलिस को बताया कि 15 हजार रुपए में उसने यह कट्टा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से खरिदा था। जिसे अब वह बेचना चाहता था। उसने यह भी पुलिस को बताया कि कट्टे बेचने वाले को वह जानता नही है,हालाकी पुलिस को उसकी बातों पर यकीन नही है। करन का पूर्व का अपराधिक रिकार्ड वगैरे नही है,मगर प्रकरण से उसके स्थानीय अपराधिक तत्वों से संबंध होने की आशंका निरीक्षक आर.ए.क्षिरसागर ने व्यक्त की है। जिससे उसके कट्टा तस्करी में लिप्त होने का संदेह है। इस बीच शुक्रवार की दोपहर को उसे अदालत में पेश कर पीसीआर में लिया गया है। कार्रवाई में प्रफुल पवार,अमित गिरड़कर,संजय ,भुषण,और विनोद ने हिस्सा लिया है। जांच जारी है।
सोशल मीडिया की मदद से पकड़ा गया अंतरराज्यीय अपराधी
उधर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल से पुलिस को चकमा देकर फरार हुए कैदी को केरल में धर दबोचा गया है। शुक्रवार को अजनी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर नागपुर लाया है।
आरोपी सिजो चंद्रन एल.आर.चंद्रन नडार 38 वर्ष आंबेड़कर नगर ,नई दिल्ली निवासी है। 20 जुलाई 2019 की सुबह 7 बजे पुलिस को चकमा देकर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल से सिजो चंद्रन भाग गया था। सिजो चंद्रन अंतरराज्यीय स्तर का अपराधी है। बिमारी के कारन उसे सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसकी सुरक्षा में दो पुलिस कर्मी तैनात थे। उन्हें शौचालय में जाने का झांसा देकर सिजो चंद्रन भाग गया था। इससे पुलिस विभाग में हड़कंप मचा रहा। सिजो चंद्रन की फरारी के बारे में अंतरराज्यीय स्तर पर जानकारी दी गई। सोशल मिडिया पर भी फरारी के संबंध में खबर वायरल की गई थी। इस बीच अजनी थाने के उपनिरीक्षक एस.बी. चप्पे को वाटसप पर किसी ने केरल संदेशा भेजा था। सिजो चंद्रन को एक घर में देखे जाने की बात की गई थी। स्थानीय आला पुलिस अधिकारी और केरल के वटप्परा थाने के एसआई अश्विनी को जानकारी दी गई। इस बीच अजनी थाने का दस्ता भी केरल के लिए रवाना हुआ। स्थानीय पुलिस की मदद से सिजो चंद्रन को दबोच लिया गया है। शुक्रवार को उसे नागपुर लाया गया है।
छोटा भाई और मौसी रहती है केरल में :
केरल में सिजो चंद्रन का छोटा भाई सी जॉन चंद्रन और मौसी रहती है। अस्पताल से फरार होने के बाद सिजो केरल एक्सप्रेस से लिधे केरल के लिए रवाना हुआ था। पुछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि,वह अकेला ही केरल गया था,मगर पुलिस को संदेह है कि उसके साथ वाड़ी प्रकरण में लिप्त रहे किसी स्थानीय अपराधी ने मदद की होंगी। इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। इस बीच शुक्रवार की दोपहर को सिजो चंद्रन को अदालत में पेश किया। जहा से उसे जेल भेज दिया गया है।
वाड़ी प्रकरण में लगा थाा मकोका
अक्टुंबर 2018 में सिजो चंद्रन ने स्थानीय अपराधी प्रथमेश गोरले,नारायण पवार,दिनेश बारस्कर और गौरव सुर्यवंशी की मदद से वाड़ी थाना क्षेत्र से पाल नामक व्यक्ती के 18 वर्षीय पुत्र का अपहरण किया था। फिरौती के रुप में एक करोड़ की मांग की गई थी। इस घटना के बाद भी सिजो चंद्रन और उसके साथियों के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई कर उन्हे जेल भेजा गया। सिजो चंद्रन अंतरराज्यीय स्तर पर अपराधी है। नागपुर में वाड़ी के अलावा पांचपांवली में भी उसके खिलाफ एक प्रकरण दर्ज है। नागपुर ग्रामिन में भी दो प्रकरण दर्ज है। मध्य प्रदेश,तेलंगाना,आध्र प्रदेश आदी में राज्यों में भी प्रकरण दर्ज है। यह सभी प्रकरण अपरहण,फिरौती,लूटपाट के चलते हत्या करना,हत्या का प्रयास, चोरी आदी शामिल है।
स्थानीय अपराधिक तत्वों में पैठ
सिजो चंद्रन ने जिस क्षेत्र में अपराधिक वारदात को अंजाम दिया उस क्षेत्र के स्थानीय अपराधियों के बीच में उसने अपनी पैठ बनाकर रखी है। उनकी मदद से घटनाओं को अंजाम दिया जाता रहा है।
Created On :   26 July 2019 9:57 PM IST