आरे में मेट्रो कारशेड बनाए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे आदित्य ठाकरे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मेट्रो-3 की लाइन की कारशेड फिर से आरे में स्थानांतरित किए जाने के शिंदे सरकार के फैसले के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। रविवार को भी बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी और शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व पर्यावरण मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे भी यहां विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कारशेड कांजुरमार्ग की जगह आरे में वापस लाने का फैसला मुंबई के खिलाफ है और हमारी लड़ाई मुंबई को बचाने के लिए है। सरकार हमारा गुस्सा आरे पर निकाल रही है। उन्होंने कहा कि बायोडाइवर्सिटी और पर्यावरण को बचाना बेहद जरूरी है इसीलिए आरे में हमने 808 एकड़ जमीन को हमने जंगल घोषित किया। इस दौरान यहां रहने वाले आदिवासियों को हितों और अधिकारो का भी खयाल रखा गया। आरे में रास्ते बनाते समय भी एक भी पेड़ नहीं काटे गए। हमने मेट्रो कारशेड कांजुरमार्ग ले जाने का फैसला इसलिए किया था क्योंकि इससे मेट्रो 3,4,6 और 14 के कारशेड वहां एक साथ बन सकते थे। इससे 10 हजार करोड़ की बचत होती लेकिन इसमें क्या राजनीति है और मौजूदा सरकार आरे के जंगल को क्यों काटना चाहती है यह मुझे नहीं पता। मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि यह सरकार मुंबई विरोध है। मुंबई ने हमेशा शिवसेना का साथ दिया शायद इसलिए द्वेष, नाराजगी के चलते इस तरह का फैसला लिया गया है। शिवसेना का मुंबई के प्रति जो प्रेम है शायद इसे देखते हुए सरकार ने यह फैसला किया है। पिछले सरकार के महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को रोकने से जुड़े सवाल पर आदित्य ने कहा कि इससे हमें नहीं राज्य का नुकसान होगा क्योंकि फैसले राज्य के हित में लिए गए थे। अगर किसी परियोजना में सुधार की जरूरत हो तो ऐसा किया जा सकता है लेकिन सिर्फ सरकार बदलने के चलते परियोजनाएं स्थगित करना ठीक नहीं है।
‘मुझ पर प्रेम दिखाने की जरूरत नहीं’
आदित्य ठाकरे को छोड़कर शिवसेना के बाकी सभी विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस मुद्दे पर आदित्य ने बागी विधायकों पर निशाना साधा और कहा कि मुझ पर प्रेम दिखाने की जरूरत नहीं है। अगर प्रेम होता तो पीछ में खंजर नहीं घोपते। इस मुद्दे पर सोमवार को अदालत में सुनावाई होनी है इसलिए ज्यादा बोलना ठीक नहीं है।
Created On :   10 July 2022 9:12 PM IST