विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव मामले में संजय राऊत को स्पष्टीकरण देने के लिए अतिरिक्त समय
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानमंडल को "चोर मंडल' कहने से जुड़े विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के मामले में शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राऊत को स्पष्टीकरण देने के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को विधानसभा में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा इस संबंध में राऊत का कहना था कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया, साथ ही उन्होंने अपना पक्ष रखने के लिए समय सीमा को बढ़ाने की मांग की थीउनकी मांग को स्वीकार करते हुए जवाब देने की समय सीमा बढ़ा दी गई है। नार्वेकर ने कहा कि अगर समय सीमा के भीतर जवाब नहीं दिया गया तो आगे फैसला लिया जाएगा। बता दें कि भाजपा विधायक अतुल भातखलकर और शिंदे गुट के मुख्य सचेतक भरत गोगावले ने संजय राऊत के बयान के विरोध में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया था। इसके बाद1 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष ने संजय राऊत को इस संबंध में 48 घंटे के भीतर लिखित में जवाब देने का नोटिस जारी किया था। साथ ही कहा था कि राऊत के जवाब के बाद वे 8 मार्च को इस पर अपना फैसला सुनाएंगे। इस नोटिस के जवाब में राऊत ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर अतिरिक्त समय की मांग की थी। राऊत ने अपने पत्र में कहा कि वे 4 मार्च तक महाराष्ट्र के दौरे पर थे।
कर्नाटक के सीमावर्ती इलाके में होने की वजह से मुंबई से संपर्क नहीं हो सका, इसलिए सविस्तार जवाब देने के लिए समय सीमा बढाई जाए। राऊत ने कहा कि वे महाराष्ट्र विधानमंडल के सदस्यों का आदर करते हैं। राज्यसभा सदस्य होने के नाते मुझे संसदीय मंडल का महत्व पता है। मैंने संपूर्ण विधानमंडल को लेकर कोई आपत्तिजनक बयान नहीं दिया। मेरा बयान एक विशेष गुट तक सीमित था।
Created On :   9 March 2023 3:21 PM IST