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विधानसभा के बाद हाेगी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव की हलचल तेज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधान परिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के लिए अगले वर्ष चुनाव होगा। फिलहाल विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है। विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होगा। लिहाजा स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव को लेकर फिलहाल कोई हलचल नहीं है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के बाद ही विविध राजनीतिक दल इस संबंध में तैयारी करेंगे। स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव के लिए एक माह बाद नोटिफिकेशन जारी होने की संभावना है। नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव में लगातार भाजपा जीतती रही है। इसी सीट से ही चुनाव जीतकर नितीन गडकरी विधानपरिषद में प्रतिनिधित्व करते रहते थे। फिलहाल भाजपा ने ही चुनाव की तैयारी की है। भाजपा की ओर से इस सीट के लिए सदस्यता कार्यक्रम का प्रमुख पूर्व महापौर कल्पना पांडे को नियुक्त किया है। हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस सहित अन्य दलों में इस चुनाव को लेकर चर्चा तक नहीं हैं। गौरतलब है कि विधानपरिषद सदस्य का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है।
वर्तमान सदस्य प्रा.अनिल सोले हैं। उनका कार्यकाल जून 2020 में पूरा होगा। लिहाजा माना जा रहा है कि जुलाई 2020 तक इस सीट के लिए चुनाव हो जाएगा। यह भी उल्लेखनीय है कि स्नातक निर्वाचन चुनाव में मतदाता पंजीयन का महत्व काफी रहता है। जिस दल या उम्मीदवार की ओर से अधिक से अधिक मतदाता पंजीयन कराए जाते हैं उनकी जीत निश्चित मानी जाती रही है। स्नातक विद्यार्थी से लेकर विविध स्नातक प्रोफेशनल्स इस चुनाव में मतदान करते हैं। चुनाव के लिए विविध महाविद्यालयों में विशेष मतदाता पंजीयन अभियान चलाया जाता है। भाजपा के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े संगठन काम आते हैं। संघ से जुड़े विविध संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मतदाता पंजीयन कराते है। हालांकि यह भी देखा गया है कि मतदाता पंजीयन कराने के बाद भी कई स्नातक मतदान नहीं कर पाते हैं।
2014 के चुनाव में नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के लिए 2.87 लाख मतदाता पंजीयन कराया गया था। उनमें से 1,00,276 मतदान ही हो पाया था। 6 प्रतिशत मतदान अवैध पाए गए थे। संकेत साफ है कि पढ़े लिखे मतदाता भी मतदान में गड़बड़ियां कर जाते हैं। उन गड़बड़ियों को रोकने के लिए समय पूर्व होमवर्क व सुधार कार्य करना आवश्यक है। जानकारों के अनुसार दीपावली तक विधानसभा चुनाव की हलचल रहेगी। उसके बाद विधानमंडल का शीतसत्र नागपुर में होगा। इन व्यस्तताओें के चलते स्नातक निर्वाचन के लिए चुनाव की तैयारी के लिए अधिक समय नहीं मिल पाएगा। 2014 के चुनाव में भाजपा के प्रा.अनिल सोले ने 52,435 मत लेकर कांग्रेस के डॉ.बबनराव तायवाड़े को 31,259 मतों के अंतर से पराजित किया था। तायवाड़े काे 21,226 मत ही मिल पाए थे। बसपा समर्थित उम्मीदवार किशाेर गजभिए को 19,455 मत मिले थे।
Created On :   28 Aug 2019 9:42 PM IST