- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- गोंदिया
- /
- काेरोना के बाद अब आचार संहिता से...
काेरोना के बाद अब आचार संहिता से नाट्य कलाकारों के हाल-बेहाल

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. कोरोना संक्रमण के दौर में नाट्य कलाकारों से लेकर भजन-कीर्तन और गीत-संगीत तक के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई थी। जिस कारण नाट्य कलाकारों पर भुखमरी की नौबत आन पड़ी थी। बड़े मुश्किल से इस वर्ष नाट्यकर्मियों को कला की प्रस्तुति करने का मौका मिला था, लेकिन ग्रापं चुनाव की आचार संहिता लागू होने से नाटक के आयोजन रद्द हो रहे हैं। इस तरह की स्थिति आने से फिर से नाट्य कलाकारों पर बेरोजगार होने की नौबत आन पड़ी है। बता दें कि दीपावली उत्सव के बाद पूर्व विदर्भ के गोंदिया, भंडारा, गडचिरोली, चंद्रपुर जैसे जिलों में झाड़ीपट्टी नाट्य कलाकारों द्वारा नाटकों का प्रयोग प्रस्तुत किया जाता है। यह सिलसिला मार्च माह तक चलता है। मंडई, मेले के साथ रात में मराठी नाट्यांे का प्रयोग होने से स्थानिक बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त होता है वहीं झाड़ीपट्टी नाट्य कलाकारों को भी 6 माह तक नाटकों में काम मिलता है। बताया गया है कि अकेले गोंदिया जिले में लगभग डेढ़ हजार से अधिक नाटकों के प्रयोग प्रस्तुत किए जाते हैं। जिससे करोड़ों रुपयों का व्यवसाय चलता है। लेकिन वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना संक्रमण से नाटकों के प्रयोगों पर रोक लगा दी गई थी। जिस कारण नाट्य कलाकारों पर भूखमरी की नौबत आन पड़ी थी। बड़े मुश्किल से कोरोना संक्रमण से छुटकारा मिला है और इस वर्ष नाटकों के प्रयोगों को सरकार द्वारा मंजूरी दे दी गई है। गोंदिया जिलेवासियों ने दीपावली के पूर्व ही सैकड़ों नाटकों के प्रयोग की बुकिंग कर दी थी। लेकिन ग्राम पंचायत चुनाव होने के कारण जिले में आचार संहिता लग गई। आचार संहिता का उल्लंघन न हो इसके लिए नाटकों के प्रयोगों की बुकिंग रद्द की जा रही है। बताया गया है कि सैकड़ों बुकींग रद्द हाेने से नाटक के कलाकारों को फिर से बेरोजगार हाेने की नौबत आन पड़ी है। वहीं करोड़ों रुपयों का आर्थिक व्यवहार ठप हो गया है।
कलाकारों पर फिर से संकट
चेतन वडगाये, झाड़ीपट्टी नाट्यकर्मी ने कहा कि दो वर्षों तक कोरोना के कारण नाटकों का मंचन बंद था। जिस कारण हजारों स्थानीय झाड़ीपट्टी कलाकारों पर आर्थिक संकट आ गया था। बड़े मुश्किल से इस वर्ष नाटकों को मंजूरी मिली थी, लेकिन गोंदिया जिले में ग्राम पंचायत चुनाव की आचार संहिता लागू होने से बुकिंग किए गए नाटकों को रद्द किया जा रहा है।
Created On :   21 Nov 2022 7:23 PM IST