लोगों को ऑफिस पहुंचाने के लिए बेस्ट की बसें तो चलाई गई हैं, जो नाकाफी साबित हुईं। साथ ही इन बसों में सवार होने के लिए लोगों की भीड़ लग गई और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई। कोरोना के मामले महानगर में लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए उन्हीं लोगों को काम पर आने की इजाजत दी है, जिनके पास निजी गाड़ियां हैं और जिन्हें सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल ना करना पड़े, इसलिए बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी निजी गाड़ियों का इस्तेमाल कर ऑफिस पहुंचने की कोशिश की और सड़कों पर भारी भीड़ लग गई
कारों में अब भी ड्राइवर के अलावा सिर्फ दो अन्य लोगों को बैठने की इजाजत है, जबकि मोटरसाइकिल पर सिर्फ एक आदमी सफर कर सकता है, इसके बावजूद सोमवार को बड़ी संख्या में दोपहिया सवार अपने साथ दूसरों को ले जाते नजर आए।