कोरोना के नियंत्रण के बाद 6 माह में लोगों को लगा 3,532 करोड रुपए का चूना

डिजिटल डेस्क, मुंबई, दुष्यंत मिश्र। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आर्थिक अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण में कुछ कमी के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर आने के बाद धोखाधड़ी और जालसाजी के मामलों में भी उछाल आया है। मुंबई में इस साल के पहले छह महीनों में आर्थिक अपराध शाखा द्वारा धोखाधड़ी के 107 मामले दर्ज किए जा चुके हैं जिनमें शिकायतकर्ताओं को 3532 करोड़ रुपए से ज्यादा का चूना लगाया गया है। आर्थिक अपराध किस तेजी से बढ़े हैं इसे इस बात से समझा जा सकता है कि साल 2021 के पहले छह महीनों में आर्थिक अपराध शाखा द्वारा 69 मामले ही दर्ज किए गए थे जबकि साल 2021 के पूरे साल में आर्थिक अपराध शाखा ने 107 मामले दर्ज किए गए थे जिनमें लोगों से 4774 करोड़ रुपए की ठगी हुई थी। वहीं साल 2020 की बात करें तो इस साल मुंबई में आर्थिक अपराध के कुल 57 मामले ही दर्ज किए गए थे जिनमें लोगों से कुल 9681 करोड़ रुपए की ठगी हुई थी। बता दें कि मार्च 2020 में ही कोरोना संक्रमण ने मुंबई समेत देशभर में जोर पकड़ा था जिसके बाद लॉकडाउन लगा था। आर्थिक गतिविधियों में कमी के चलते आर्थिक अपराध के मामले भी कम हुए थे। हालांकि ठगी के मामलों की संख्या भले ही 2020 में कम रही हो लेकिन क रकम के मामले में यह सबसे बड़ा आंकड़ा था। इससे पहले साल 2019 में मुंबई में आर्थिक अपराध के कुल 110 मामले दर्ज हुए थे। बता दें कि मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा 10 करोड़ रुपए या उससे बड़ी रकम की धोखाधड़ी के आरोपों की ही जांच करती है। इससे छोटी रकम की धोखाधड़ी के मामले पुलिस स्टेशनों में दर्ज किए जाते हैं। साल 2007 तक आर्थिक अपराध शाखा 50 लाख या उससे ज्यादा की ठगी के मामलों की जांच करती थी जो धीरे-धीरे बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।
कोरोना संक्रमण के दौरान आर्थिक गतिविधियों में कमी के चलते आर्थिक अपराध की शिकायतें भी कम हुई थीं, अब अर्थव्यवस्था सामान्य हैं तो आर्थिक अपराध की ज्यादा शिकायतें आ रहीं हैं-महेंद्र पंडित, उपायुक्त, आर्थिक अपराध शाखा, मुंबई
फिर बढ़ रही धोखाधड़ी
साल दर्ज मामले ठगी गई रकम
2022(जून तक) 107 3532 करोड़
2021 107 4774 करोड़
2020 57 9681 करोड़
2019 110 34219 करोड़
2018 123 4072 करोड़
Created On :   29 July 2022 9:12 PM IST