कांग्रेस में फिर दिखी गुटबाजी, अब दिल्ली में होगा शक्ति प्रदर्शन

Again seen factionalism in Congress, Now power presentation in Delhi
कांग्रेस में फिर दिखी गुटबाजी, अब दिल्ली में होगा शक्ति प्रदर्शन
कांग्रेस में फिर दिखी गुटबाजी, अब दिल्ली में होगा शक्ति प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर जिले में कांग्रेस की गुटबाजी फिर से जोर दिखाने लगी है। उम्मीदवार चयन को लेकर केंद्रीय स्तर के नेताओं को रिझाने का प्रयास करते हुए दिल्ली की दौड़ लगायी जा रही है। शहर में विकास ठाकरे तो ग्रामीण में मुकुल वासनिक की दावेदारी को चुनौती देने का प्रयास किया जा रहा है। सोमवार को विविध गुटों के नेता व कार्यकर्ता दिल्ली के लिए रवाना हुए। स्थिति यह थी कि एक ही रेल में विरोधी गुटों के कार्यकर्ता भी थे। मंगलवार को ये नेता कार्यकर्ता कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य से मिलने का प्रयास करेंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का अभिनंदन करने का िनर्णय लिया गया है। 

राऊत समर्थक हुए रवाना

शहर कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री व कांग्रेस एससी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितीन राऊत के समर्थन में 150 से अधिक कार्यकर्ता दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। कुछ कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस तो कुछ राजधानी एक्सप्रेस से रवाना हुए हैं। कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व सांसद गेव आवारी, पूर्व विधायक अशोक धवड, मनपा के नेता प्रतिपक्ष तानाजी वनवे,यशवंत कुंभलकर, विजय बाबरे , संजय दुबे  प्रमुखता से शामिल हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ता भी दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। राऊत के साथ सतीश चतुर्वेदी व अनीस अहमद के समर्थक भी हैं। उधर शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे के समर्थकों ने भी तत्काल दिल्ली के लिए रेल टिकट कटायी है। पिछले सप्ताह ही ठाकरे समर्थक 90 कार्यकर्ता दिल्ली से लौट आए है। माेतीलाल बोरा, मुकुल वासनिक, अहमद पटेल, अविनाश पांडे सहित अन्य नेताओं से इन कार्यकर्ताओं ने भेंट की थी। ठाकरे समर्थकों का कहना था कि नागपुर लोकसभा के लिए पार्टी की ओर से ऐसा उम्मीदवार दिया जाए जो सर्वमान्य हो। इन कार्यकर्ताओं ने प्रफुल गुडधे, नितीन राऊत, नाना पटोले, आशीष देशमुख जैसे नेताओं का अपरोक्ष विरोध किया था। कहा था कि बाहरी अथवा संगठन के लिए काम नहीं करनेवाले को उम्मीदवार बनाए जाने पर संगठन में असंतोष उभरेगा। अब माना जा रहा है कि विकास ठाकरे के विरोध में राऊत समर्थक प्रदर्शन करने निकले हैं। राऊत समर्थकों के दिल्ली जाने की खबर सुनते ही ठाकरे समर्थक दोबारा दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। कुछ कार्यकर्ता रेल से रवाना हुए है। कुछ मंगलवार को सुबह विमान से दिल्ली जानेवाले हैं। 

पहले भी हो चुका है साथ साथ प्रदर्शन

पहले भी शहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का दिल्ली में साथ साथ प्रदर्शन हो चुका है। ठाकरे विरोधी गुट ने तानाजी वनवे व गेव आवारी के नेतृत्व में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी। तब ठाकरे भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। स्थिति यह बनी थी कि दिल्ली में नेता एक गुट की बात सुनता तो दूसरा गुट भी वहां शिकायत लेकर पहुंच जाता था। उस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस से सतीश चतुर्वेदी को बाहर किया गया। नागपुर मनपा के चुनाव में पार्टी विरोधी कार्य का आरोप चतुर्वेदी , राऊत व सुनील केदार पर था। 

मुकुल वासनिक का विरोध

शहर कांग्रेस में गुटबाजी का प्रदर्शन होता रहा है। लेकिन पहली बार ग्रामीण में मुकुल वासनिक के विरोध में गुट सामने आ रहा है। कांग्रेस के महासचिव मुकुल वासनिक 2014 में मंत्री रहते हुए रामटेक लोकसभा क्षेत्र से पराजित हुए थे। वासनिक को कांग्रेस में उन नेताओं में गिना जाता है जिनके कहने पर देश में पार्टी की कई उम्मीदवारी तय होती है। लेकिन रामटेक में उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जिले में कांग्रेस के एकमात्र विधायक सुनील केदार भी वासनिक के विरोध में बोलने लगे हैं। पिछले दिनों उम्मीदवार चयन के लिए नाम सूची तैयार करने की प्रक्रिया हुई तो वासनिक के अलावा नितीन राऊत का नाम भी रामटेक लोकसभा के लिए सामने आया। रामटेक लोकसभा एससी वर्ग के लिए आरक्षित है। बताया जा रहा है कि राऊत को रामटेक क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार बनाने के लिए केदार सहित अन्य कई नेता लाबिंग करने लगे हैं। खुलकर कहा जा रहा है कि वासनिक रामटेक से कोई संबंध नहीं रखते है। चुनाव में पराजित होने के बाद वे रामटेक में कार्यकर्ताओं से मिले भी नहीं है। स्थिति यह है कि पहली बार वासनिक समर्थकों को भी सामने आना पड़ा है। वासनिक समर्थकों ने बकायदा बैठक लेकर वासनिक की उम्मीदवारी पर जोर दिया है। 

Created On :   4 Feb 2019 10:39 PM IST

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