जाते-जाते आघाडी सरकार ने बांट दी बजट की पांच गुना राशि

डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार ने अल्पमत में आने के बाद 400 शासनादेश जारी करके बजट की तुलना में 5 गुना अधिक राशि बांट दी थी। यदि पूर्ववर्ती सरकार के शासनादेश को वैसे ही लागू करेंगे तो राज्य सरकार का भट्टा बैठ जाएगा। सरकार की तिजोरी पर बड़ा आर्थिक भार पड़ेगा। इसलिए शिंदे सरकार ने सभी विभागों के फैसलों की समीक्षा की जा रही है।
शिंदे सरकार ने सोमवार को पूर्व की सरकार में पर्यटन मंत्री रहे आदित्य ठाकरे द्वारा पर्यटन विकास से संबंधित मंजूर लगभग 6 करोड़ रुपए के कामों पर रोक लगाया था। इस पर मंगलवार को मंत्रालय में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार केवल पूर्व मंत्री आदित्य के पर्यटन विभाग ही नहीं बल्कि सभी विभागों के शासनादेश की समीक्षा कर रही है। क्योंकि पूर्व की सरकार ने अल्पमत में आने के बाद बजट का विचार किए बिना 400 शासनादेश जारी करके पांच गुना निधि बांट दिया था।
छत्रपति संभाजी महाराज के स्मारक के काम पर रोक नहीं
विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने शिंदे सरकार पर महाविकास आघाड़ी सरकार के समय पुणे के शिरुर तहसील स्थित वढू बुद्रुक में मंजूर छत्रपति संभाजी महाराज के 265 करोड़ रुपए स्मारक के कामों को रोकने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार ने संभाजी महाराज के स्मारक के कामों पर रोक नहीं लगाई है। मैंने फाइल पर अपने हाथों से खुद लिखा है कि स्मारक के कामों पर रोक लगाना उचित नहीं होगा। मैंने स्मारक के कामों के बारे में अफसरों को प्रेजेंटेशन देने के निर्देश दिए गए हैं। वह प्रेजेंटेशन देखने के बाद यदि कोई काम छूट गया होगा तो उसका भी समावेश कर दिया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसलों का हुए नुकसान के आंकड़े सरकार को प्राप्त हो रहे हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में बैठक लेकर आपदा प्रभावितों को मदद देने के बारे में फैसला किया जाएगा। सरकार आपदा प्रभावित किसानों को पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार से अधिक मदद देने के बारे में निर्णय लेगी।
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच किए जाने के विरोध में प्रदेश कांग्रेस की तरफ से सत्याग्रह करने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के आंदोलन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है। क्योंकि कांग्रेस के नेता शीर्ष नेतृत्व के सामने केवल अपनी फोटो चमकाना चाहते हैं ताकि उन्हें भविष्य में कुछ मिल सके।
Created On :   26 July 2022 8:52 PM IST