आठ दिनों में जांच कर रिपोर्ट सौंपे जिलाधिकारी, हिरासत में लिए गए किसान से मिले कृषिमंत्री

Agriculture Minister met with the detained farmer
आठ दिनों में जांच कर रिपोर्ट सौंपे जिलाधिकारी, हिरासत में लिए गए किसान से मिले कृषिमंत्री
आठ दिनों में जांच कर रिपोर्ट सौंपे जिलाधिकारी, हिरासत में लिए गए किसान से मिले कृषिमंत्री

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मातोश्री पर पहुंचकर उद्धव ठाकरे से मिलने की जिद करने के बाद हिरासत में लिए गए किसान महेंद्र देशमुख से सोमवार को कृषिमंत्री दादा भुसे ने मुलाकात की। इस दौरान पनवेल के तहसीलदार और संबंधित बैंक के अधिकारी भी मौजूद थे। भुसे ने दोनों पक्षों के दावे सुनने के बाद जिलाधिकारी को आठ दिन के भीतर दोनों पक्षों से जुड़े सारे कागजातों की छानबीन के बाद रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में दादा भुसे ने कहा कि मैंने अभी मंत्रालय का कार्यभार नहीं संभाला है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट देखने के बाद मैंने मामले का खुद संज्ञान लिया और मुंबई आ गया। मैंने तुरंत देशमुख, संबंधित बैंक के अधिकारी और जिलाधिकारी को बुलाकर अपने आवास पर करीब दो घंटे तक मामले की विस्तृत जानकारी ली। बैंक का दावा है कि देशमुख ने साल 2006 में ईट भट्टे के लिए 2 लाख रुपए का कर्ज लिया था जिसे उन्होंने वापस नहीं किया। साल 2008 में बैंक ने 8 लाख रुपए की वसूली का नोटिस दिया और पैसे न चुकाने पर देशमुख द्वारा बैंक में अपनी बेटी के नाम कराए गए ढाई लाख रुपए के फिक्स डिपाजिट में से कुछ रकम काट ली। देशमुख इससे नाराज थे। इसके अलावा देशमुख का दावा है कि उन्होंने बैंक में बच्चियों के नाम कुछ और एफडी कराई है लेकिन उनके पास इससे जुड़े कोई दस्तावेज नहीं हैं। भुसे ने कहा कि मैंने जिलाधिकारी से पूरे कागजात की छानबीन कर आठ दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। 

इससे पहले देशमुख पनवेल तहसीलदार कार्यालय शिकायत करने पहुंचे। हालांकि यहां भी सुनवाई नहीं हुई तो नाराज देशमुख ने तहसीलदार कार्यालय बंद करने की कोशिश की। देशमुख का दावा है कि बैंक ऑफ इंडिया की आपटा शाखा ने तीन बार उनके नाम पर 8-8 लाख रुपए का कर्ज जारी करने का दावा कर उन पर किश्त भरने का दवाब बना रही है। लेकिन उनके खाते में एक भी रुपया नहीं आया है। देशमुख ने सोमवार को तहसीलदार कार्यालय में शिकायत की। वे मांग कर रहे थे कि बैंक के अधिकारी को तुरंत तहसीलदार कार्यालय बुलाया जाए और उनसे पूछताछ की जाए। जब तहसीलदार कार्यालय के कर्मचारियों ने इससे इनकार किया तो नाराज देशमुख ने विरोध जताते हुए जबरन तहसीलदार कार्यालय बंद करने की कोशिश की। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस देशमुख को पनवेल शहर पुलिस स्टेशन ले गई। बता दें कि रविवार को देशमुख अपनी आठ साल की बेटी के साथ मात्रोश्री के बाहर पहुंचे थे और उद्धव ठाकरे से मिलने की जिद कर रहे थे जिसके बाद सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बाद में विवाद बढ़ा तो मामले में उद्धव ठाकरे ने दखल दी और पुलिस को देशमुख की शिकायत सुनकर उन्हें छोड़ने के निर्देश दिए। 

 

Created On :   6 Jan 2020 3:44 PM GMT

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