खुदाई में मिली श्रीगणेश-बुद्ध की प्राचीन प्रतिमाएं, पुरातत्व विभाग को सुध नहीं, संग्रहालय में बाहर रख दिया

Ancient statues of Shri Ganesh-Buddha found in excavation, Archaeological Department does not care
खुदाई में मिली श्रीगणेश-बुद्ध की प्राचीन प्रतिमाएं, पुरातत्व विभाग को सुध नहीं, संग्रहालय में बाहर रख दिया
 मालखाने से आदिवासी म्यूजियम के गेट पर कर दिया स्थापित खुदाई में मिली श्रीगणेश-बुद्ध की प्राचीन प्रतिमाएं, पुरातत्व विभाग को सुध नहीं, संग्रहालय में बाहर रख दिया

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । खुदाई में मिली बेशकीमती प्रतिमाओं के संरक्षण में किस कदर लापरवाही बरती जा रही है। इसका बड़ा उदाहरण आपको खजरी रोड स्थित आदिवासी म्यूजियम में देखने को मिल सकता है। प्राचीन प्रतिमाओं को ऐसा स्थान भी नहीं दिया गया कि वे लोगों के आकर्षण का केंद्र बन सकें। मुख्य द्वार पर एक कोने में रखी इन प्रतिमाओं की फिक्र भी अब अधिकारियों ने छोड़ दी है।
जिले में खुदाई के दौरान अलग-अलग स्थानों से प्राचीन प्रतिमाएं निकली थी। इनमें भगवान श्रीगणेश की मूर्ति से लेकर गौतम बुद्ध की कई सालों पुरानी पत्थर की मूर्तियां शामिल है। खुदाई के बाद मालखाने में रहने के बाद इसे खजरी रोड स्थित आदिवासी म्यूजियम पहुंचा दिया गया। लेकिन इन अदभुत कलाकृतियों को म्यूजियम के अंदर तक स्थान नहीं दिया गया। मुख्य द्वार के पास ही इन मूर्तियों का स्थापित कर दिया गया है जबकि इन मूर्तियों की कलाकृतियों और बनावट को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि शतकों पुराने प्राचीनकाल से संबंद्ध रखती है।
आठ प्राचीन प्रतिमाएं शामिल
खजरी रोड स्थित आदिवासी म्यूजियम में आठ प्रतिमाएं रखी हुई है। ये किस शासनकाल की है? और इसे कहां से प्राप्त किया गया था? इसकी जानकारी तो म्यूजियम के प्रभारियों के पास भी नहीं है। पूछने पर सिर्फ इतना बताया गया कि मालखाने के बाद इसे सीधे म्यूजियम पहुंचा दिया गया। इन प्रतिमाओं में भगवान श्रीगणेश, भगवान बुद्ध के अलावा देवी आकृतियां व आदिवासी कलाकृति भी शामिल है।
पुरातत्व विभाग ने भी नहीं ली सुध
प्राचीनकाल की इन प्रतिमाओं की सुध पुरातत्व विभाग ने भी कभी नहीं ली। जबलपुर के अधिकारियों से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को स्थानीय स्तर पर इसके संरक्षण का दारोमदार होता है लेकिन ये किस काल की है। इसकी जांच जरुर की जा सकती थी, यदि पुरातत्व विभाग को इसकी सूचना दी जाती। लेकिन फिलहाल हमारे पास इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है।
चोरी से भी नहीं लिया सबक, एक बार हो चुकी है वारदात
खजरी रोड स्थित आदिवासी म्यूजियम की सुरक्षा व्यवस्था पर पहले से ही सवाल खड़े होते रहे हैं। इसके पहले भी यहां एक बार चोरी हो चुकी है। जिसमें आदिवासियों की कलाकृतियों को चोरों ने चुरा लिया था। जांच हुई लेकिन कुछ निकलकर सामने नहीं आया। इससे भी विभागीय अधिकारियों ने सबक नहीं लिया। अब तक बेशकीमती इन मूर्तियों को म्यूजियम के गेट पर ही रख दिया गया है।
इनका कहना है...
- म्यूजियम का नया भवन बन रहा है। गेट पर ही प्राचीन प्रतिमाएं रखी हुई है। इसे जल्द ही दूसरे स्थान पर शिफ्ट करेंगे।
-एनएस बरकड़े
सहायक आयुक्त, ट्रायबल
 

Created On :   17 Sep 2021 8:48 AM GMT

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