अभद्रता से नाराज अधिकारी कलेक्टर से मिले, कहा-जिपं की बैठक में नहीं होंगे शामिल

डिजिटल डेस्क सीधी। जिला पंचायत सदस्यों की अभद्रता से नाराज राजपत्रित अधिकारी संघ आज फिर कलेक्टर से मिला है। मुख्य सचिव के नाम संबोधित ज्ञापन को सौंपते हुए अधिकारीयों ने कहा कि पहले के ज्ञापन में कार्रवाई नहीं हुई है इसलिए फिर से ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग करते हैं और जब तक ठोस निर्णय नहीं होता तब तक वे जिला पंचायत की किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे। एक तरफ जहां अधिकारीयों ने जिपं सदस्यों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा हेै वहीं दूसरी तरफ सदस्यों ने घपले घोटाले पर पर्दा डालने और सदन में जवाब देने से बचने का बहाना बताया है।
उल्लेखनीय है कि राजपत्रित अधिकारी संघ ने 5 माह पहले भी जिला पंचायत सदस्यों की अभद्रता केा लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कमिश्नर रीवा ने भी ज्ञापन पर टीप अंकित करने कलेक्टर को निर्देशित किया गया किंतु इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ है। पिछले 11 अप्रैल को जिला पंचायत सदस्यों द्वारा अधिकारीयों के साथ अभद्रता की गई और बैठक के दौरान फोल्डर व पानी की बाटल अधिकारीयों पर फेंकी गई जहां बैठक का अधिकारीयों ने बहिष्कार कर दिया था। पूर्व में हुई अभद्रता पर कार्रवाई न होने से नाराज राजपत्रित अधिकारी संघ ने फिर से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन में डेढ़ दर्जन के करीब अधिकारीयों ने हस्ताक्षर किये हैं। एक तरफ जिपं सदस्यों की अभद्रता को लेकर जहां अधिकारीयों ने मोर्चा खोल दिया है वहीं जिपं सदस्य इसे विभागों में किये गए घपले घोटाले पर पर्दा डालने और विभागीय कार्यों की जानकारी न देने के लिए बहाना मात्र बताया है। फिलहाल पांच माह पूर्व अधिकारीयों द्वारा खोले गए मोर्चे के बाद जहां मामला शांत हो गया था वहीं फिर से तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में प्रशासन द्वारा केवल आश्वासन दिया जा रहा है।
सदन से कन्नी काट रहे अधिकारी
जिला पंचायत सदस्य व कृषि समिति सभापति मनोज भारती ने कहा कि जिला पंचायत की महत्वपूर्ण बैठकों में अधिकारीयों को अपने विभागों के प्रगति संबंधी जानकारी देनी पड़ती है इसीलिए सदन से कन्नी काटने के लिए अधिकारी बहाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तो जिपं सदस्य शालीनता के साथ ही अपनी बात रखते हैं दूसरे यदि अभद्रता जैसी बात लगती है तो बैठक के दौरान कैमरा लगा दिया जाय तो सब कुछ अपने आप ही सामने आ जाएगा। सदस्य अगर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं तो कैमरे की नजर से बच नहीं पाएंगे। वैसे अधिकारी केवल घपले घोटाले पर पर्दा डालने के लिए ही यह सब नाटक कर रहे हैं।
Created On :   9 May 2018 1:32 PM IST