हत्या के लिए जहर उपलब्ध कराने वाला गिरफ्तार, एक ही परिवार के नौ लोगों की हत्या का मामला

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सांगली के म्हैसल में एक ही परिवार के नौ लोगों की जहर देकर हत्या के मामले में पुलिस ने मनोज क्षीरसागर नाम के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक पुणे के करीब स्थित तलेगांव दाभाडे से पकड़े गए क्षीरसागर ने हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया जहर मुख्य आरोपी अब्बास मोहम्मद बागवान को दिया था। इससे पहले 26 जून को पुलिस ने इस मामले में तांत्रिक बागवान और उसके ड्राइवर धीरज सुरवसे को गिरफ्तार किया था। दरअसल 20 जून को जानवरों के डॉक्टर पोपट वनमाने, शिक्षक के तौर पर काम करने वाले उनके छोटे भाई माणिक वनमोरे, दोनों की मां 72 वर्षीय मां अक्काताई वनमोरे समेत परिवार के नौ सदस्यों के शव मिले थे। दो अलग-अलग घरों में शवों के साथ सुसाइड नोट मिले थे जिसमें लिखा था कि लोगों से उन्होंने भारी कर्ज ले लिया था और उसे चुकाने के लिए लगातार दबाव से परेशान होकर वे आत्महत्या कर रहे हैं। कर्ज वापसी के लिए दबाव बनाने वालों के नाम भी सुसाइड नोट में थे। इसी आधार पर शुरूआत में पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज कर इनमें से 13 को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन छानबीन आगे बढ़ी तो पता चला कि दरअसल परिवार तांत्रिक बागवान के झांसे में आ गया था। उसने घर में छिपा धन खोजने के नाम पर परिवार से करीब एक करोड़ रुपए ले लिए थे और बाद में पीछा छुड़ाने के लिए जहर देकर पूरे परिवार की जान ले ली।
प्रसाद के नाम पर दिया था जहर
पूछताछ में आरोपियों ने पूरी वारदात का खुलासा किया है। बागवान ने पुलिस को बताया कि 19 जून की रात को वे पोपट के घर पहुंचे और परिवार को तंत्रमंत्र के लिए सात बार 1100 गेंहू के दाने गिनने को कहा। रात एक बजे परिवार के सदस्यों को एक एक कर छत पर बुलाया और प्रसाद बताकर उन्हें जहर मिला पेय देते गए। एक घर में मौजूद सभी छह लोगों की मौत के बाद आरोपी परिवार के डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित दूसरे घर पहुंचे और वहां मौजूद लोगों को भी इसी तरह झांसे में लेकर जहर दे दिया। आरोपियों को पता था कि परिवार ने दूसरे लोगों से काफी कर्ज ले रखा है। इसलिए खुद बचने के लिए उन्होंने सुसाइड नोट लिखा और उसमें कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की बात लिखकर उसे शवों के पास रखकर फरार हो गए।
Created On :   6 July 2022 8:35 PM IST